पाटन के करसा गांव से हरेली के अवसर पर मुख्यमंत्री करेंगे गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ, बैलगाड़ी मे सवार होकर पहुंचेंगे पूजा स्थल

पाटन के करसा गांव से हरेली के अवसर पर मुख्यमंत्री करेंगे गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ, बैलगाड़ी मे सवार होकर पहुंचेंगे पूजा स्थल


पाटन के करसा गांव से हरेली के अवसर पर मुख्यमंत्री करेंगे गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ, बैलगाड़ी मे सवार होकर पहुंचेंगे पूजा स्थल

दुर्ग 27 जुलाई ।  हरेली के पावन अवसर पर कल 28 जुलाई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन ब्लाक के गांव करसा से गोमूत्र खरीदी का शुभारंभ करेंगे। गांव के पशुपालक चार रुपए प्रति लीटर में गोमूत्र विक्रय कर सकेंगे। हरेली के मौके पर होने वाली इस खरीदी से प्रदेश के गौवंशपालकों को आर्थिक रूप से बड़ी मजबूती मिलेगी। अब तक किसान गोबर का विक्रय करते आये थे अब गोमूत्र भी बेचने से उनकी आय में इजाफा होने से पशुधन विकास के कार्य को बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि कृषि के साथ पशुपालन का कार्य करने से किसान अपनी आय दोगुनी करने का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। इस मौके पर करसा में कृषि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया है। यहां नये कृषि उपकरणों की लांचिंग होगी। खेती किसानी के लिए उपयोगी कृषि प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री किसानों से खेती किसानी के बारे में बातचीत करेंगे और उनका सम्मान भी करेंगे।

बैलगाड़ी से पहुंचेंगे पूजास्थल –

मुख्यमंत्री हरेली की पूजास्थल में बैलगाड़ी से पहुंचेंगे। वहां वे गौमाता की पूजा करेंगे। साथ ही परंपरागत रूप से कृषि उपकरणों की पूजा करेंगे। वे मशीन से पैरा काटेंगे और गायों को खिलाएंगे। 

*नये कृषि उपकरणों की होगी लांचिंग-* 

किसान सम्मेलन का खास आकर्षण नये कृषि उपकरणों की लांचिंग होगा। इसमें सबसे खास है एक ऐसा ड्रोन जिसके माध्यम से फर्टिलाइजर और कीटनाशक की समुचित मात्रा में काफी कम समय में छिड़काव हो सकेगा। इसके साथ ही कृषि के लिए उपयोगी अत्याधुनिक उपकरण भी डिस्प्ले के लिए लगाए जाएंगे। कृषि सम्मेलन में विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। जिनसे किसान आधुनिक तरीके से खेती के संबंध में और खेती में आई नई तकनीक के बारे में जानकारी ले सकेंगे।

 छत्तीसगढ़ी खेलों की होगी धूम-

हरेली खेती का त्योहार है और छत्तीसगढ़ में खेलों का सबसे बड़ा दिन। इस मौके पर छोटे बच्चे तो गेड़ी चढ़ते ही हैं बड़े बुजुर्ग भी गेड़ी चढ़ते हैं। इस दिन करसा में गेड़ी प्रतियोगिता भी होगी और इसके विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। इस मौके पर गेड़ी रेस, भौंरा, पिट्ठूल, कंचा, पतंग, गोली चम्मच, खोखो, रस्सा खींच, तिग्गा गोटी और गिल्ली डंडा जैसे खेलों का आयोजन भी किया जाएगा।