प्राइवेट आईटीआई संचालक संघ के राष्ट्रीय महासचिव सतीश पुरी व प्रतिनिधि मण्डल ने आरएसडी ई,(छत्तीसगढ़) के डायरेक्टर से की भेंट, प्राइवेट आईटीआई की समस्याओं से कराया अवगत

प्राइवेट आईटीआई संचालक संघ के राष्ट्रीय महासचिव सतीश पुरी व प्रतिनिधि मण्डल ने आरएसडी ई,(छत्तीसगढ़) के डायरेक्टर से की भेंट, प्राइवेट आईटीआई की समस्याओं से कराया अवगत


प्राइवेट आईटीआई संचालक संघ के राष्ट्रीय महासचिव सतीश पुरी व प्रतिनिधि मण्डल ने आरएसडी ई,(छत्तीसगढ़) के डायरेक्टर से की भेंट, प्राइवेट आईटीआई की समस्याओं से कराया अवगत

रायपुर 22 अगस्त । भारत सरकार, कौशल विकास एवं उद्यमिता शीलता मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक छत्तीसगढ़ एम सी करदम से आज नया रायपुर स्थित केंद्रीय सचिवालय में प्राइवेट आईटीआई संचालक संघ के राष्ट्रीय महासचिव सतीश पुरी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल के द्वारा मुलाकात की गई ।

इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के द्वारा वर्तमान समय में प्राइवेट आईटीआई संचालकों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया। श्री पुरी ने आरएसडीई छत्तीसगढ़ के डायरेक्टर श्री करदम को बताया कि शासकीय एवं निजी दोनों ही औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (आईटीआई) में प्रवेश का क्रम जारी है, परंतु निजी आईटीआई में केवल 10 से 15 फ़ीसदी ही सीटें भर सकी हैं और प्रवेश की अंतिम तिथि 31 अगस्त तक निर्धारित है ।

केवल 1 सप्ताह में सीटें भर पाना संभव नहीं है, इसलिए प्रतिनिधि मंडल के द्वारा आर एस डी ई डायरेक्टर से प्रवेश की अंतिम तिथि को कुछ दिन और बढ़ाने का आग्रह किया गया ।

प्रतिनिधिमंडल ने श्री करदम को अवगत कराया कि विगत 2 वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण सभी निजी आईटीआई आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं और तीसरे वर्ष भी यदि उम्मीदवारों की संख्या कम रही तो भविष्य में आईटीआई का संचालन कर पाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

प्रतिनिधि मंडल के द्वारा प्रवेश की अंतिम तिथि को कम से कम 15 दिनों तक बढ़ाने के आग्रह के साथ यह भी निवेदन किया कि, राज्य शासन के द्वारा जिस पोर्टल के माध्यम से उम्मीदवारों के द्वारा आईटीआई में प्रवेश प्राप्त किया जा रहा है उसी पोर्टल में निजी आईटीआई के नामों को भी सूची में शामिल किया जाए । राज्य शासन के इस पोर्टल में केवल शासकीय आईटीआई के नामों की सूची है।

इसके अलावा जब प्रवेश की तिथि बढ़ाई जाएगी उस दौरान केवल निजी आईटीआई को ही अनुमति दी जाए वर्तमान समय में शासकीय आईटीआई में रिक्त सीटों की तुलना में 10 गुना ज्यादा आवेदन उम्मीदवारों के द्वारा किए गए हैं ।ऐसी स्थिति में केवल 10 प्रतिशत उम्मीदवारों को ही शासकीय आईटीआई में प्रवेश मिल पाएगा, परंतु 90% उम्मीदवार प्रवेश प्राप्त नहीं कर सकेंगे।

वहीं सरकारी और प्राइवेट दोनों ही आईटीआई में प्रवेश की अंतिम तिथि एक ही होने के कारण जिन छात्रों को शासकीय आईटीआई में प्रवेश नहीं मिलेगा वे निजी आईटीआई में भी प्रवेश प्राप्त नहीं कर सकेंगे ।

इस प्रकार से आईटीआई का प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक उम्मीदवार इस कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर पाने से वंचित रह जाएंगे । इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रवेश तिथि बढ़ाए जाने पर केवल निजी आईटीआई में ही प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि शासकीय आईटीआई में प्रवेश पाने से वंचित छात्र छात्राएं अपना प्रशिक्षण कार्य निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश प्राप्त कर जारी रख सकें। यह छात्र एवं निजी आईटीआई दोनों के हित में होगा।

श्री करदम द्वारा प्रतिनिधि मंडल से संस्था वार प्राइवेट आईटीआई द्वारा उद्योगों में प्लेसमेंट के संबंध में उठाए गए कदमों की जानकारी प्राप्त की एवं संतोष जाहिर किया।

साथ ही उन्होंने प्राइवेट आईटीआई के प्रशिक्षण गुणवत्ता एवं इंडस्ट्री लिंकेज बढ़ाते हुए छात्रों के भविष्य संवारने संबंधी टिप्स भी दिए।

प्रतिनिधिमंडल ने के सदस्यों ने सीजी न्यूज़ ऑनलाइन को बताया कि, श्री करदम से मुलाकात सार्थक रही तथा श्री करदम द्वारा दिए गए टिप्स से छत्तीसगढ़ के प्राइवेट आईटीआई और भी अच्छी क्वालिटी के तकनीशियन तैयार कर छत्तीसगढ़ को गढ़ने एवं उद्योगों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने को पूरे उत्साह के साथ दृढ़संकल्प हैं। प्रतिनिधि मण्डल में पुरी आईटीआई भिलाई, सोनी आईटीआई बिलासपुर, आमदी नगर आईटीआई भिलाई, अशोका आईटीआई राजनांदगांव, सृजन आईटीआई बेमेतरा, समाधान आईटीआई बेमेतरा के संचालकगण शामिल रहे।