जिसे BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट के लायक नहीं समझा, अब उसी ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में 95 रन बनाकर दिया मुंहतोड़ जवाब

जिसे BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट के लायक नहीं समझा, अब उसी ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में 95 रन बनाकर दिया मुंहतोड़ जवाब



Ranji Trophy: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई ने पिछले दिनों सालाना कॉन्ट्रैक्ट सूची जारी की। इसमें कई खिलाड़ियों को पहली बार शामिल किया गया। इनमें यशस्वी जयसवाल, रिंकू सिंह, तिलक वर्मा जैसे प्लेर्यस शामिल हैं। हालांकि कई क्रिकेटरों को बाहर का भी रास्ता दिखाया गया। इनको लेकर काफी चर्चाएं भी हुई। इस लिस्ट में एक ऐसे धाकड़ बल्लेबाज का भी नाम शामिल है, जिन्होंने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर होते ही रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) फाइनल में 95 रनों की पारी खेली।


सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर होते इस खिलाड़ी का धमाल


टीम इंडिया (Team India) में खिलाड़ियों का आना-जाना कोई नई बात नहीं है। आए दिन न जाने कितने क्रिकेटर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते नजर आ जाते हैं। हालांकि इसके चलते कई सारे क्रिकेटरों को बाहर का भी रास्ता दिखा दिया जाता है। बीसीसीआई ने सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से ऐसे ही एक खिलाड़ी का नाम हटा दिया। उन्होंने अब रणजी ट्रॉफी फाइनल में अपने बल्ले से मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है। उस धाकड़ क्रिकेटर का नाम श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) है।

मुश्किल परिस्थितियों में टीम को संभाला


श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के लिए पिछला कुछ वक्त अच्छा नहीं गुजरा है। इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट के बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। हालांकि उनकी मुश्किलें यहीं कम नहीं हुई। दरअसल बीसीसीआई के कहने के बावजूद उन्होंने रणजी ट्रॉफी के शुरुआती मुकाबलों में हिस्सा नहीं लिया। इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा और अब उनके पास सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं है। वहीं इधर इस खिलाड़ी ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) फाइनल में अपनी टीम को कठिन परिस्थितियों से निकालते हुए 95 रनों की बेहतरीन पारी खेली।

मुशीर खान के साथ की बेहतरीन साझेदारी


रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) फाइनल में मुंबई और विदर्भ के बीच मुकाबला खेला जा रहा है। दूसरी पारी में खेलने आई मुंबई की टीम एक समय 164 रनों पर तीन विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। हालांकि इसके बाद मुशीर खान (136) और श्रेयस अय्यर ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 168 रनों की बहुमूल्य साझेदारी कर अपनी टीम को एक बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया। अय्यर ने 111 गेंदों की अपनी पारी के दौरान 10 चौके और तीन छक्के लगाए। वह थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे और अपने शतक से चूक गए।