करियर की अपार संभावनाएं बी.टेक डेयरी टेक्नोलॉजी एवं डेयरी डिप्लोमा कोर्स मे, 11 एवं 18 को प्रवेश हेतु काउंसलिंग रायपुर में

करियर की अपार संभावनाएं बी.टेक डेयरी टेक्नोलॉजी एवं डेयरी डिप्लोमा कोर्स मे, 11 एवं 18 को प्रवेश हेतु काउंसलिंग रायपुर में


रायपुर 8 अक्टूबर । दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए.के. त्रिपाठी ने बताया कि करीब एक दशक पहले तक लगभग 5 फीसदी दूध डेयरी फार्म से उत्पादित होता था, लेकिन अब यह बढकर करीब 15 फीसदी हो गया है.ऐसे में इस फील्‍ड में करियर बनाने के लिए संभानाएं बढ़ गईं हैं. इस फील्‍ड में भारत के विकास का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि अमेरिका के बाद भारत दूध उत्पादन में दूसरे नंबर पर है.डेयरी टेक्नोलॉजी से जुडे प्रोफेशनल का काम दूध उत्पादन, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, स्टोरेज, ट्रांसपोर्ट, डिस्ट्रीब्यूशन से जुडा होता है

दाऊ वासुदेव चन्द्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग छत्तीसगढ़ के अन्तर्गत चार वर्षीय डेयरी टेक्नोलॉजी एवं द्विवर्षीय डिप्लोमा इन डेयरी टेक्नालॉजी में प्रवेश हेतु कौंसिलिंग 11 अक्टूबर एवं 18 अक्टूबर को दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय जी. ई. रोड (महासमुन्द की ओर ) 36 सिटी माल के बाजू मे छोकरा नाला के पास, रायपुर छत्तीसगढ़ में आयोजित है । उपयुक्त शैक्षणिक योग्यता ( गणित, भौतिक, रसायन ) विषयों के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण हो अथवा पी.ई.टी. मे सम्मिलित होने वाले छत्तीसगढ़ राज्य एवं बारहवीं उत्तीर्ण दूसरे राज्यों के अम्यार्थी आवश्यक प्रमाण पत्रों के साथ उपस्तिथ होवें । बी.टेक ( डेयरी टेक्नोलांजी ) पाठ्यक्रम दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय रायपुर में तथा डिप्लोमा इन डेयरी टेक्नालॉजी पाठ्यक्रम बेमेतरा एवं तखतपुर में स्थापित डेयरी पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में संचालित किये जा रहे है । इस संबंध में अन्य जानकारी एवं संबंधित आवेदन पत्र दाऊ वासुदेव चन्द्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग की वेबसाईट cgkv.ac.in पर उपलब्ध है।