हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग का स्थापना दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यकम में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दिया शत्-प्रतिशत् मतदान एवं साम्प्रदायिक सौहार्द्र का संदेश

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग का स्थापना दिवस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यकम में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने दिया शत्-प्रतिशत् मतदान एवं साम्प्रदायिक सौहार्द्र का संदेश


दुर्ग 25 अप्रैल। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की स्थापना के 09 वर्ष पूर्ण होने पर 10 वां स्थापना दिवस आज विश्वविद्यालय में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में अधिकारी एवं कर्मचारियों ने शत् प्रतिशत् मतदान करने, साम्प्रदायिक सौहार्द बनाये रखने, पर्यावरण संरक्षण एवं साक्षरता संबंधी महत्वपूर्ण संदेश दिया। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा, कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप एवं अन्य समस्त अधिकारियों की उपस्थिति में लगभग 75 से अधिक कर्मचारियों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।

डॉ. श्रीवास्तव के अनुसार विश्वविद्यालय में समस्त अधिकारियों के साथ कर्मचारियों को संलग्न करते हुए कुलपति के मार्गदर्शन में 06 पृथक-पृथक समूहों का गठन किया गया था। प्रत्येक समूह में शीर्ष अधिकारियों के साथ समस्त श्रेणियों के कर्मचारी शामिल थे। इस अवसर पर अपने उद्‌गार व्यक्त करते हुए कुलपति, डॉ. पल्टा ने कहा कि विश्वविद्यालय की विकास यात्रा में समस्त पूर्व कुलपति, कुलसचिव, अधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण, महाविद्यालय के प्राचार्य, प्राध्यापक, शोधार्थी, नियमित एवं भूतपूर्व छात्र-छात्राएं तथा विभिन्न छात्र संगठनों एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। अपने संबोधन में कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने सभी को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करते हुए अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का अवसर प्रदान किया है।


आज प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम में सभी अधिकारियों के निर्देशन में कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ की पारम्परिक वेश भूषा में अपनी प्रस्तुतियां दी। उल्लेखनीय है कि 2015 में स्थापित दुर्ग विश्वविद्यालय का नाम 2018 में स्व. हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग कर दिया गया। इस 09 वर्ष की यात्रा में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 161 महाविद्यालयों में लगभग 2 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत् है। विश्वविद्यालय में शोधार्थियों की संख्या 1146 हैं जो 326 रिसर्च गाईड के मार्गदर्शन में 19 विषयों में पीएचडी हेतु शोध कर रहे है। अब तक 48 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि अवार्ड हो चुकी है।

विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर यूथ फेस्टिवल, एनएसएस, एनसीसी, खेल-कूद के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हांसिल की है। कुलपति डॉ. पल्टा की प्राथमिकताओं में विश्वविद्यालय यूटीडी आरंभ कराना तथा विश्वविद्यालय की निर्माणाधीन भवन का निर्माण एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उचित ढंग से विश्वविद्यालय में कियान्वयन शामिल है।