हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग का 10 वां स्थापना दिवस कल 24 अप्रैल को, 9 वर्ष की यात्रा में 68000 से स्टूडेंट की संख्या पहुंची 2 लाख

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग का 10 वां स्थापना दिवस कल 24 अप्रैल को, 9 वर्ष की यात्रा में 68000 से स्टूडेंट की संख्या पहुंची 2 लाख


दुर्ग 23 अप्रैल । हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की स्थापना के 09 वर्ष पूर्ण होने पर 10 वां स्थापना दिवस कल विश्वविद्यालय में मनाया जायेगा। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालयीन वार्षिक परीक्षाओं के कारण विश्वविद्यालय बड़े स्तर पर कोई आयोजन नहीं कर रहा है। केवल विश्वविद्यालय स्तर पर अकादमिक एवं सांस्कृतिक आयोजन होंगे। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि गत वर्ष 24 अप्रैल 2023 को स्थापना दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय ने अपना प्रथम दीक्षांत समारोह आयोजित किया था।
डॉ. श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि विश्वविद्यालय की स्थापना दिवस के संबंध में आज कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों की बैठक लेकर विश्वविद्यालय की 09 वर्ष की यात्रा की समीक्षा की। डॉ. पल्टा ने बैठक में बताया कि 2015 में 68 हजार विद्यार्थी संख्या से आरंभ हुआ हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में वर्तमान में 02 लाख से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत है। इसी प्रकार महाविद्यालयों की संख्या भी बढ़कर 161 हो गई है।

विश्वविद्यालय का निर्माण अधीन नया भवन


डॉ. पल्टा के अनुसार अगामी नये शिक्षण सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का सही ढंग से कियान्वयन, विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन भवन के निर्माण कार्य की पूर्णता तथा विश्वविद्यालय में यूटीडी आरंभ कराना उनकी प्राथमिकता है। कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने कहा कि इस समय विश्वविद्यालय में लगभग 1100 शोध छात्र-छात्राएं पीएचडी हेतु पंजीकृत है। छात्र-छात्राओं के हित में विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर की पांच संस्थाओं के साथ एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया है। इनमें से एक अभ्युदय संस्थान, अछोटी के मध्य जीवन दर्शन से संबंधित एमओयू आज विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर हस्ताक्षरित किया जायेगा।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव तथा डीसीडीसी, डॉ. प्रीता लाल ने बताया कि विश्वविद्यालय में लघु अवधि के 08 सर्टिफिकेट कोर्स के साथ-साथ अनेक ऑनलाईन कार्यक्रम विद्यार्थियों के हित में आयोजित किये है। विश्वविद्यालय ग्रंथालय में हजारों की संख्या में ऑनलाईन शोधपत्रिकाएं तथा पुस्तके शोधार्थियों हेतु उपलब्ध है।
बैठक के अंत में कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा एवं कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने विश्वविद्यालय की 09 वर्ष की यात्रा में रचनात्मक सहयोग के लिए समस्त जनप्रतिनिधियों, उच्च शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारियों, विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों, महाविद्यालय के प्राचार्यों, प्राध्यापकों, छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों, छात्र संगठनों, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया।