सरोना से नागपुर तक ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से दौड़ रही है ट्रेनें, सरोना से रायपुर तक का कार्य आगामी तीन माह में होगा पूर्ण

सरोना से नागपुर तक ऑटोमेटिक सिग्नल सिस्टम से दौड़ रही है ट्रेनें, सरोना से रायपुर तक का कार्य आगामी तीन माह में होगा पूर्ण


सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क, 26 अप्रैल । रेलवे की ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने के साथ-साथ प्रमुख जंक्शन स्टेशन के ट्रैफिक को नियंत्रित करने में मदद कर रहा है। पहले जहां दो स्टेशनों के बीच एक ही ट्रेन चल सकती थी वहीं ऑटो सिग्नलिंग की वजह से दो स्टेशन की बीच दूरी के अनुसार 4, 5 या 6 ट्रेनें भी चलाई जा सकती है। ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था बिना किसी अतिरिक्त स्टेशनों के निर्माण और रखरखाव के ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने की सुविधा प्रदान करती है। वर्तमान में बिना नई लाईन का निर्माण करे सेक्शन की क्षमता बढाने का यह सर्वोत्तम उपाय है।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अप्रैल महीने मे 14 किलोमीटर आटो सिग्नलिंग के काम को पूरा किया है । कुम्हारी से सरोना (7 Km), बिलासपुर-गतोरा चतुर्थ लाइन (7 Km) को ऑटो सिग्नल में बदला गया है । इस कार्य के सम्पन्न होने से नागपुर से सरोना तक ऑटो सिग्नलिंग पूर्ण हो गया है। सरोना से रायपुर भी अगले तीन माह मे पूर्ण कर लिया जायेगा।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर सुरेश कुमार सोलंकी कर रहे है । आने वाले समय में ऑटो सिग्नलिंग व्यवस्था दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे में अत्याधिक मालवाहक ट्रेनों की आवाजाही के कारण पैसेंजर ट्रेनों लेटलतीफी पर विराम लगा सकता है, क्योंकि इस व्यवस्था से एक ब्लॉक सेक्शन में एक से ज्यादा ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित किया जा सकेगा। साथ ही कवच एवं केंद्रीकृत यातायात प्रणाली को लागू करने में भी सहायक होगा।