*वीर शिवाजी नगर और शारदा पारा वार्ड में काँटे की टक्कर, ऊँट किस करवट बैठेगा-कश्मकश जारी*

*वीर शिवाजी नगर और शारदा पारा वार्ड में काँटे की टक्कर, ऊँट किस करवट बैठेगा-कश्मकश जारी*


वीर शिवाजी नगर और शारदा पारा वार्ड में काँटे की टक्कर, ऊँट किस करवट बैठेगा-कश्मकश जारी

भिलाई नगर, 16 दिसंबर। नगर निगम चुनाव में वार्ड 34 वीर शिवाजी नगर और वार्ड 35 शारदा पारा में भाजपा-कांग्रेस के बागियों की निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी समर में मौजूदगी दोनों ही वार्डों के मुकाबले को खासा दिलचस्प बना रही है। पूर्व में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके अनेक पूर्व पार्षद भी इन वार्डों से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। लगभग 6 हजार मतदाताओं के इन वार्डों में भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का जीत को लेकर बनाया गया समीकरण फेल होता दिखाई पड़ रहा है क्योंकि दोनों ही वार्ड में बागी और स्वतंत्र प्रत्याशियों की बडी़ संख्या में मौजूदगी तथा मतदाताओं के बीच पैठ के कारण मुकाबला काँटे का है। दोनों ही वार्ड में भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रभारी जनसम्पर्क कर अपने दल के अधिकृत प्रत्याशी को जीतने की अपील कर चुके हैं मगर दोनों ही पार्टियों को आभास हो चुका है कि इस बार के चुनाव में दोनों ही वार्ड के पनघट की डगर बहुत कठिन हो चली है। 

कांग्रेस भाजपा के वोट में सेंध, बागियों ने वार्ड-35 में बिगाड़ा समीकरण

शारदा पारा वार्ड-35 में जहाँ कांग्रेस के दो बागियों में से एक निर्दलीय के रूप में इंजीनियर सलमान कांग्रेस प्रत्याशी धर्मेंद्र वैष्णव को खासा नुकसान पहुंचा रहे हैं वहीं पूर्व पार्षद विजय वर्मा के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भाजपा प्रत्याशी चंदन यादव के वोट में सेंध तय है। पतंग चिन्ह पर स्वतंत्र प्रत्याशी इंजीनियर सलमान की समाजसेवी की लोकप्रियता से भाजपा और कांग्रेस की बजाय मुकाबले को त्रिकोणीय बना रही है। इस वार्ड से प्रथम बार चुनावी समर में उतरे सलमान का कहना है कि वार्ड में लगभग डेढ़ हजार युवा हैं जिनकी शिक्षा को बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकता है, रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम के आलावा निःशुल्क कोचिंग, निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण और स्पोकन इंग्लिश क्लासेस की व्यवस्था वो करेंगे। सलमान ने बताया कि वार्ड में पानी की समस्या बलवती थी उन्होंने वार्ड से लगभग ढाई हजार फार्म इकट्ठा एक आंदोलन के माध्यम से कलेक्टोरेट में जमा करवाया नतीजतन वार्ड के अधिकांश घरों में नल लगा है, जहां पाईप लाईन नहीं पहुँची जनादेश फाउंडेशन के माध्यम से निःशुल्क बोर वो करवा चुके हैं। वार्ड में उनके इस प्रयास की सभी सराहना करते हैं। भाजपा प्रत्याशी चंदन यादव की स्थिति भी वार्ड में अच्छी बताई जा रही है। लगातार सभाएं और घर-घर संपर्क के माध्यम से वो भी भाजपा का ही प्रतिनिधि चुनने अपील कर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी धर्मेंद्र वैष्णव राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर घर-घर समर्थन मांग रहे हैं। जनता कांग्रेस से प्रत्याशी तिलेश सिन्हा भी वार्ड में अच्छी पकड़ रखते हैं। पूर्व में पार्षद रहे निर्दलीय विजय वर्मा भी क्षेत्र में उनके द्वारा कराए गए विकास के नाम पर पुनः आशीर्वाद मांग रहे हैं। विजय भी भाजपाई मतदाताओं में अपनी खासी पैठ रखते हैं। उगता सूरज चिन्ह से निर्दलीय शंभु गुप्ता भी घर-घर संपर्क कर रहे हैं। वार्डवासियों का दावा है कि यह वार्ड मुख्य रूप से त्रिकोणीय मुकाबले में फंसा हुआ है और आने वाली 23 तारीख को ही पता लगेगा कि ऊँट किस करवट बैठ रहा है। 

पूर्व पार्षदों के जमावडे़ से दिलचस्प होगा वार्ड 34 का मुकाबला

शारदा पारा से ही लगे वार्ड 34 वीर शिवाजी नगर में भाजपा ने पूर्व पार्षद छोटे लाल चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने इसी समाज से राजेश चौधरी को टिकट दे इस सीट को जीतने की जुगत लगाई है। लेकिन दोनों ही प्रमुख पार्टियों के बीच मुख्य मुकाबले की संभावना को निर्दलीय उम्मीदवार संतोष जालंधर सिंह, पूर्व पार्षद श्रीमती राम बाई वर्मा और त्रिलोक मिश्रा की मौजूदगी ने बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। इस वार्ड में भी सभी प्रत्याशी घर-घर संपर्क कर अपने पक्ष में मतदान की अपील करते दिन रात एक कर रहे हैं। भाजपा से छोटे लाल चौधरी इस वार्ड का जहां प्रतिनिधित्व कर चुके हैं वहीं संतोष जालंधर सिंह भी पूर्व पार्षद के पति हैं। निर्दलीय श्रीमती राम बाई वर्मा भी एक समय भाजपा की टिकट से विजयी हो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वर्तमान समय में वार्ड-34 के मतदाता इन सभी प्रत्याशियों के क्षेत्र में वर्चस्व की बात स्वीकार रहे हैं। हालांकि सभी प्रत्याशी ऊपरी तौर पर खुद की जीत का दावा कर जरूर रहे हैं मगर अंदरूनी हालात से ये सब भी अनभिज्ञ नही हैं। अलग-अलग प्रत्याशियों का पूर्व कार्यकाल इस वार्ड के मतदाताओं के लिए विश्लेषण का आप्शन भी पैदा कर चुका है और ऐसा लगता है कि उनका आंकलन भी अलग अलग धडो़ं में बँट गया है, यही बात इस वार्ड के मुकाबले को और भी दिलचस्प बना रही है।