दो किलोमीटर दूर तक प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को खाट पर उठाकर पहुंचा जवान, खराब रास्ते ने बढ़ाई मुसीबत, डायल 112 बनी संजीवनी
कोरबा, 15 जुलाई। आपात हालातों में बीमार और घायलों को सुरक्षित ढंग से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाने में अपनी महती भूमिका निभाने वाले डायल 112 की टीम ने ऐसे ही मुश्किल परिस्थितियों में फिर से एक बार अपनी उपयोगिता साबित की है। टीम के जवान ने न सिर्फ महिला तक अपनी पहुंच सुनिश्चित की बल्कि उसे परिजनों के साथ खाट में उठाकर निकटस्थ अस्पताल भी पहुंचाया। फिलहाल प्रसव पीड़िता पूरी तरह सुरक्षित है, उपचार जारी है। पीड़ित महिला के परिजनों ने इस मदद के लिए डायल 112 टीम को धन्यवाद भी प्रेषित किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोबरा के डायल 112 टीम को बुधवार के रात करीब 8 बजे इवेंट मिला था कि धुर वनांचल पुटीपखना सुखाबहरा में एक महिला अनीता बाई उईके पति रामायण सिंह उईके (22 वर्ष) प्रसव पीड़ा से कराह रही है, उसे जल्द ही उपचार की जरूरत है। इवेंट मिलते ही आरक्षक लालचंद पटेल व चालक विनय पाल की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। इसी दौरान स्थल के करीब दो किलोमीटर पहले उनका वाहन खराब रास्ते मे फंस गया और आगे नही बढ़ सका। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरक्षक लालचंद पटेल और चालक पैदल ही जंगल के रास्ते गांव के लिए रवाना हुए। उन्होंने देखा कि अनिता प्रसव पीड़ा से कराह रही है और उसकी हालत लगातार बिगड़ रही है। जिसके पश्चात टीम ने बिना वक़्त गंवाए महिला को एक खाट पर लिटाया और फिर कड़ी मशक्कत के साथ उबड़ खाबड़ रास्ते से दो किलोमीटर दूर उसे वाहन तक लेकर आए। 112 की टीम अनिता को लेकर फौरन पसान के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाकर उसे दाखिल कराया, फिलहाल अनिता पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित है। इस तरह डायल 112 की टीम ने न सिर्फ महिला की जान बचाई बल्कि अपनी उपयोगिता भी साबित की। अनिता के परिजनों ने आरक्षक लालचंद व चालक विनय पाल का आभार व्यक्त किया है।