स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीय महिलाओं की भूमिका सराहनीय- राज्यपाल, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में एक दिवसीय वेबीनार आयोजित

स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीय महिलाओं की भूमिका सराहनीय- राज्यपाल,  हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में एक दिवसीय वेबीनार आयोजित


स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीय महिलाओं की भूमिका सराहनीय- राज्यपाल

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में एक दिवसीय वेबीनार आयोजित

दुर्ग 13 अगस्त ।स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीय महिलाओं की भूमिका सराहनीय हैं। महिलाओं के योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा, ये उद्गार आज  हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग द्वारा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित अमृतमहोत्सव के अंतर्गत भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं की भूमिका विषय पर आयोजित एक दिवसीय वेबीनार में मुख्य अतिथि राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने व्यक्त किए। 

राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि 1857 का भारतीय स्वंतत्रता संग्राम का पहला विस्फोट करने में साहसी नारी रानी लक्ष्मी बाई का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। बेगम हजरत महल तथा रानी दुर्गावती का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने समस्त उपस्थित प्रतिभागियों से अपने राष्ट्र के प्रति सकारात्मक योगदान देने का आव्हान किया। छत्तीसगढ़ की महिलाओं का योगदान का जिक्र करते हुए राज्यपाल सुश्री उइके ने अवंतीबाई लोधाी, मिनीमाता, डाॅ. राधाबाई, तथा दयावती जैसे वीरांगनाओं के योगदान का उल्लेख किया। राज्यपाल ने कुछ पंक्तियों के माध्यम से स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित किया।

इससे पूर्व वेबीनार के आरंभ में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने वेबीनार की विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए समस्त अतिथियों का स्वागत किया। विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा ने अपने स्वागत भाषण में जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं की उल्लेखनीय भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि महिलाओं में समर्पण वीरता, धैर्य, ईमानदारी तथा कर्तव्य के प्रति लगन जैसे गुणों का संगम होता है। डाॅ. पल्टा ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं के स्वतंत्रता आन्दोलन में योगदान का विशलेषण किया। इस अवसर पर श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, जुनवानी भिलाई की प्राचार्य डाॅ. रक्षा सिंह ने भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं की भूमिका पर अपना आमंत्रित व्याख्यान दिया। डाॅ. सिंह ने अपने भाषण में स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान महिलाओं द्वारा प्रदर्शित वीरता एवं समर्पण का चित्रण किया।

वेबीनार में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित उच्च शिक्षा विभाग के सचिव,  धनंजय देवांगन ने शंकराचार्य महाविद्यालय को नैक द्वारा मूल्यांकन के पश्चात् ’’ए ग्रेड’’ प्रदान किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सभी महाविद्यालयों को नैक मूल्यांकन के दौरान अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा करते हुए श्री देवांगन ने छत्तीसगढ़ अंचल में महिलाओं की राष्ट्र के प्रति भक्ति का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि डाॅ. राधाबाई द्वारा घायल स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का उपचार छत्तीसगढ़ अंचल कभी नहीं भुला सकता। श्री देवांगन ने रानी अवंतिबाई लोधी तथा मिनीमाता के योगदान की विस्तृत जानकारी दीं। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित किये जाने वाले समसामयिक कार्यक्रमों की उच्च शिक्षा सचिव, श्री देवांगन ने सराहना की।

वेबीनार के दौरान हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में नियमित विद्यार्थियों हेतु स्वतंत्रता आन्दोलन में भारतीय महिलाओं की भूमिका  विषय पर आयोजित वीडियो बनाओं प्रतियोगिता में निर्णायक समिति द्वारा चयनित श्रेष्ठ विद्यार्थी प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इन प्रतिभागियों में सेठ आर.सी.एस. काॅलेज, दुर्ग की कुमारी श्रुति बेपारी, भिलाई मैत्री काॅलेज की समसीर कुरैशी, सांई काॅलेज, सेक्टर-6 के भावेश देशमुख, तथा संदीपनी अकादमी, अछोटी के महेन्द्र मारकण्डे शामिल थें। राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने विद्यार्थियों द्वारा की गई प्रस्तुति की सराहना की। इस कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव, डाॅ. सुमीत अग्रवाल ने किया। इस वेबीनार में विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी महाविद्यालय के समस्त प्राचार्य प्राध्यपक, शोधछात्र एवं छात्र-छात्राएं शामिल थें।