*प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका की प्रथम पुण्यतिथि बनाई गई दिव्यता दिवस के रूप में*

*प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका की प्रथम पुण्यतिथि बनाई गई दिव्यता दिवस के रूप में*


प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका की प्रथम पुण्यतिथि बनाई गई दिव्यता दिवस के रूप में

भिलाई नगर, 11 मार्च । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ह्रदय मोहिनी की प्रथम पुण्यतिथि को भिलाई सहित पूरे विश्व में दिव्यता दिवस के रूप में मनाया गया।

सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में भिलाई सेवा केंद्रों की निर्देशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने दादी ह्रदय मोहिनी  के संस्मरण सुनाते हुए बताया कि बचपन से ही दादी का अंतर्मुखी का पाठ रहा। दादी शक्तिपुंज की स्त्रोत थी। दादी के दर्शन मात्र से ही हमें परमात्म प्यार की पालना और शक्तियों का प्रवाह हमारे जीवन में संचरण होता था।

हम भाग्यशाली है कि दादी के कमल चरण भिलाई की धरणी में भी पढ़े। प्रातः राजयोग सत्र पश्चात दादी के निमित्त परमात्मा को भोग स्वीकार कराया गया ।साथ ही राजयोगिनी  दादी ह्र्दयमोहिनी जी की स्मृति में संस्था के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू में अव्यक्त लोक दिव्य धाम राजयोग ध्यान परिसर का उद्घाटन संस्था की मुख्य प्रशासीका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी जी एवं वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा किया गया।