एलओसी पर फिर एक्टिव हुए आतंकी लांच पैड, 60 से 80 आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में , पाकिस्तान ने तैनात की हैवी कैलीबर तोपे


पाकिस्तान ने कश्मीर घाटी में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC ) पर स्थित आतंकियों के लॉन्च पैड्स को फिर से सक्रिय कर दिया है। इस समय वहां 60 से 80 आतंकवादी मौजूद हैं। माना जा रहा है कि ये अफगानिस्तान से लौटे आतंकी हैं। इन्हें यहां प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पाकिस्तान गर्मियों के दौरान इन आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराने की कोशिश करा सकता है।

इसके अलावा पाकिस्तान ने सीमा पर 60 हैवी कैलिबर तोपें भी तैनात कर रखी हैं। भा के हवाई हमलों को नाकाम करने के लिए पाकिस्तान ने आसमानी सुरक्षा को भी पुख्ता कर लिया है।

हालांकि, पाकिस्तान को इन आतंकियों को भारत में भेजने से पहले कई बार सोचना होगा क्योंकि इस्लामाबाद अभी भी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में है। अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान की गंभीरता का अंदाजा तभी लगाया जा सकता है जब यह आतंकी ढांचे को • खत्म कर दे।

की निगरानी के अनुसार पिछले साल अगस्त से फिर से सक्रिय हुए इन लॉन्च पैड्स पर 60 से 80 आतंकवादी मौजूद हैं।

एलओसी पर फिर एक्टिव हुए आतंकी लांच पैड, 60 से 80 आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में , पाकिस्तान ने तैनात की हैवी कैलीबर तोपे

पाकिस्तान ने मजबूत की अपनी स्थिति जानकारी के अनुसार ये आतंकी अफगानिस्तान में युद्ध से लौटे पाकिस्तानी आतंकी हो सकते हैं। अधिकारियों ने आगे बताया कि एलओसी पर पिछले साल से युद्ध विराम चल रहा है और पाकिस्तानी सेना ने 2019 में पीछे हटने के बाद इस समय का इस्तेमाल अपनी स्थिति को मजबूत बनाने में किया है। उसने यहां लगभग 8000 टन विस्फोटक सामग्री एकत्र कर ली है।

कैलिबर तोपें तैनात

पाकिस्तानी सेना ने पिछले साल से जारी युद्ध विराम का लाभ उठाते हुए इस समय का इस्तेमाल अपनी हवाई रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ सीमा पर 60 हैवी कैलिबर तोपों की तैनाती करने में किया है। सूत्रों ने कहा कि एक ओर भारतीय सेना ने LOC पर रणनीतिक बढ़त बनाए रखी है, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया है कि आतंकवादी घुसपैठ न कर पाएं। अधिकारियों ने कहा कि सभी प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए LOC पर घुसपैठ रोकने वाली ग्रिड और निगरानी को और मजबूत किया गया है।

कुछ समय खाली रहे लॉन्च पैड्स

अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, 2019 में भारतीय सेना की सख्ती के बाद पाकिस्तान इन लॉन्च पैड्स से दूर रहा । इसके बाद वे कुछ समय के लिए फिर उभरे और बाद में फिर से गायब हो गए। लेकिन, खुफिया सूचना और फील्ड इकाइयों