14 दिनों से डीप फ्रीजर में रखा बेटे का शव, क्यों लिया पिता ने ऐसा फैसला…? जानें पूरा मामला

14 दिनों से डीप फ्रीजर में रखा बेटे का शव, क्यों लिया पिता ने ऐसा फैसला…? जानें पूरा मामला


14 दिनों से डीप फ्रीजर में रखा बेटे का शव, क्यों लिया पिता ने ऐसा फैसला…? जानें पूरा मामला

सुल्तानपुर, 17 अगस्त। बेटे ने मरने से कुछ दिन पहले अपने गांव में रह रहे छोटे भाई से फोन पर बात कर बताया था कि कुछ लोग उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। सुल्तानपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन सभी के कान खड़े हो गए हैं। कूरेभार थाना क्षेत्र के सरैया मझौवा पुरवा गांव में एक लाचार पिता ने अपने बड़े बेटे के शव को 14 दिनों से डीप फ्रीजर में रखा हुआ है। बताया जा रहा है कि उसके बेटे ने मरने से कुछ दिन पहले अपने गांव में रह रहे छोटे भाई से फोन पर बात कर बताया था कि कुछ लोग उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। बड़ा भाई बोलता रहा है उसकी हत्या कर दी जाएगी, उसे बचा लो। इस कॉल के ठीक 14 दिन बाद ही संदिग्ध परिस्थितियों में बड़े भाई की दिल्ली में मौत हो गई। मौत की खबर घर वालों को देर से मिली जिसके चलते शव का पोस्टमॉर्टम भी कर दिया गया। 

दिल्ली पुलिस ने जब बड़े बेटे की मौत की जांच को अनसुना किया तब पिता ने शव को गांव ले आया और उसे अपने घर में ही डीप फ्रीजर में रख दिया। पिता सेना से रिटायर्ड हो चुके हैं। अपने बेटे की मौत का राज जानने के लिए उन्होंने थाने से लेकर उच्चाधिकारियों तक दरवाजा खटखटाया, शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने की मांग की लेकिन किसी ने नहीं सुनी। पिता शिव प्रसाद पाठक सेना में सूबेदार थे। रिटायर होने के बाद वो परिवार के साथ गांव आ गए थे। परिवार में उनके आलावा उनकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटी हैं। पिता ने दोनों बेटियों की शादी कर दी। बड़ा बेटा जिसका नाम शिवांक था वो दिल्ली में कॉल सेंटर में नौकरी करता था। जिसके बाद 2012 में उसने एक व्यक्ति के साथ मिलकर कंपनी खोली। कंपनी के पार्टनर ने दिल्ली की ही रहने वाली एक लड़की को कंपनी का एचआर बनाया।

पिता शिव प्रसाद पाठक का कहना है कि 2013 में उसके बेटे और एचआर पोस्ट पर काम कर रही युवती ने शादी कर ली थी लेकिन उसकी पत्नी की नजर उसके पैसों पर थी। कंपनी को प्रॉफिट होते ही पत्नी ने शिवांक पर अपने भाई और पिता को कंपनी का पार्टनर बनाने का दबाव बनाने लगी। जिसके चलते शिवांक ने उसके नाम दो फ्लैट कर दिया, साथ ही एक कार के साथ 85 लाख रुपये कीमत के आभूषण भी दे दिया। इतना सब कुछ देने के बाद भी पत्नी के परिवार वालों की नजर शिवांक के संपत्ति पर थी। 19 जुलाई 2021 को शिवांक ने अपने छोटे भाई इशांक को आखिरी बार फोन किया जिसमें उसने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। इस फोन कॉल की रिकॉर्डिंग इशांक के पास है।