संसद घेराव में पहुंचे राहुल गांधी कहा – भारत के युवाओं ने सच बोलना शुरू कर दिया उसी दिन सरकार ख़त्म हो जाएगी
रायपुर, 6 अगस्त। भारतीय युवा कांग्रेस ने देश में आसमान छूती महंगाई, बेलगाम बेरोजगारी, काले कृषि कानून एवं पेगासस जासूसी कांड के खिलाफ “संसद घेराव” किया।
उसी वक्त छत्तीसगढ़ की लड़ाई दिल्ली पहुंच गई। युवा कांग्रेस के संसद घेराव में पहुंचे छत्तीसगढ़़ के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली की सड़कों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। सिंहदेव जिंदाबाद और ‘छत्तीसगढ़ डोल रहा है, बाबा-बाबा बोल रहा है’, जैसे नारे लगाये और अब जब इस नारेबाजी के कई विडिओ फुटेज सोशल मिडिया में तैरने लगे तो छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी उफान आना लाजमी हैं। भारतीय युवा कांग्रेस देश में आसमान छूती महंगाई, बेलगाम बेरोजगारी, काले कृषि कानून एवं पेगासस जासूसी कांड के खिलाफ “संसद घेराव” करने पहुची थी, पर वहाँ तो कुछ और ही होने लगा था, यह बात वहाँ पहुचे देश के कौन – कौन से आए हजारों भारतीय युवा कांग्रेस के लोगों ने महसूस भी किया होगा।
सवाल यह भी उठता हैं कि आखिर छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के वो तमाम लोग क्या सोची समझी रणनीति के तहत दिल्ली में सिर्फ नारेबाजी ही करने गए थे। आखिर संसद घेराव के दौरान इस नारेबाजी को रोका क्यों नहीं गया या ये माना जाए कि दिल्ली के नेताओं को बाबा की सही जगह बताने का युवाओं ने पुरजोर प्रयास किया गया।
दिल्ली में – छत्तीसगढ़ डोल रहा है, बाबा बाबा बोल रहा है, आखिर ऐसा क्यों ?
जानकारी के अनुसार, युवा कांग्रेस के इस प्रदर्शन के लिए तीन अलग-अलग समूह में करीब 2 हजार कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे थे। इसमें छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कोको पाढ़ी के साथ करीब 1100 लोग थे। निखिल द्विवेदी और आदित्येश्वर शरण सिंहदेव के नेतृत्व में भी कार्यकर्ता अलग-अलग माध्यमों से दिल्ली पहुंचे थे। चर्चा है कि प्रदर्शन शुरू हुआ तो छत्तीसगढ़ से पहुंचे कार्यकर्ताओं के एक समूह ने टीएस सिंहदेव के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। यह नारेबाजी देर तक चलती रही। बाद में युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी भी दी। इस नारेबाजी की गूंज से छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी दिग्गज नेताओं के भी कान खड़े हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रविवार को त्रिपुरा गए थे। वहां कांग्रेस की अंदरुनी बैठकों और मुलाकातों की जानकारी लेकर सिंहदेव दिल्ली पहुंचे हैं। बताया जा रहा है, दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है। इसी बीच सरगुजा से बड़ी संख्या मे उनके समर्थक भी दिल्ली पहुंच गए है।
संसद घेराव के अवसर पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने संसद घेराव में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य भारत के युवाओं की आवाज़ को दबाने का है। ये जानते है कि जिस दिन भारत के युवाओं ने सच बोलना शुरू कर दिया उसी दिन सरकार ख़त्म हो जाएगी। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि “सरकार ने सिर्फ मेरे फोन के अंदर नहीं, आप सभी के, हर युवा के फोन के अंदर पेगासस हथियार डाल दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि युवा कांग्रेस एक ऐसा संगठन है जिसने अकेले कोरोना काल में लड़ाई लड़ी और जनता की मदद की। यूथ कांग्रेस का काम हिंदुस्तान के युवाओं की आवाज को मजबूत करने का है और मुझे बहुत खुशी हो रही है कि यह काम युवा कांग्रेस के लोग कर रहे हैं।
इस अवसर पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि संसद के मानसून सत्र के कम से कम 89 घंटे बर्बाद हुए हैं। इन सबका नुकसान आम जनता को ही उठाना पड़ रहा है। जन सरोकारों से जुड़े हुए मुद्दों पर विपक्ष चर्चा करना चाहता है। लेकिन सरकार अपने एजेंडे पर चलकर संसद को बाधित किए हुए हैं ताकि जवाबदेही से बचा जा सके। मोदी सरकार ज्वलंत मुद्दों से भागकर साबित कर रही है कि सरकार हर ज्वलंत मुद्दे पर विफल रही है। मोदी सरकार ज्वलंत मुद्दों से भागकर प्रधानमंत्री की आभासी छवि की रक्षा करना चाहती है।
इस अवसर पर कांग्रेस पार्टी के राज्य सभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस पार्टी के महासचिव और संगठन प्रभारी के सी वेणुगोपाल, राज्य सभा सांसद और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह, राज्य सभा सांसद नासिर हुसैन, लोक सभा सांसद दीपक बैज, लोक सभा सांसद राम्या हरिदास, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम लंबा, भईया पवार, प्रतिभा रघुवंशी, रविन्द्र दास, संतोष कोलकुंडा, अब्राहम रॉय मनी, अमरप्रीत लाली, अनिल कुमार यादव, सभी राष्ट्रीय सचिव, सभी युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और बड़ी तादाद में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता संसद घेराव में उपस्थित रहे।