माता काली को फिल्म में सिगरेट पीते देख भड़के लोग, कहा-लीना मनिमेकलाई ने देवी देवताओं का किया है अपमान, शैतानी गिद्ध को करो गिरफ्तार"

माता काली को फिल्म में सिगरेट पीते देख भड़के लोग, कहा-लीना मनिमेकलाई ने देवी देवताओं का किया है अपमान, शैतानी गिद्ध को करो गिरफ्तार"


माता काली को फिल्म में सिगरेट पीते देख भड़के लोग, कहा-लीना मनिमेकलाई ने देवी देवताओं का किया है अपमान, शैतानी गिद्ध को करो गिरफ्तार”

मुम्बई, 4 जुलाई। हिंदुओं की अराध्य देवी मां काली को अपनी फिल्म के पोस्टर में सिगरेट पीते दिखाने को लेकर फिल्ममेकर लीना मनिमेकलाई की गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है। लीना अक्सर इस विवादास्पद मुद्दों में दखलअंदाजी करती रही हैं। 

फिल्ममेकर लीना मनिमेकलाई की डॉक्युमेंट्री फिल्म ‘काली’ को लेकर देश में आक्रोश फूट पड़ा है। इसे ‘ईश निंदा’ का मामला बताकर लीना को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी है। फिल्म के पोस्ट में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया है। इतना ही नहीं काली माता के हाथ में LGBTQ (lesbian, gay, bisexual, transgender, and questioning) का झंडा भी दिखाया गया है। लीना ने सबसे पहले यह पोस्टर 2 जुलाई को ट्वीटर पर शेयर किया था। अक्सर विवादास्पद मुद्दों में दखल अंदाजी करती रही लीना की यह फिल्म शुरू से ही विवादों में रही है। 28 जुलाई को लीना ने एक पोस्ट शेयर करते लिखा था-यह स्क्रीनिंग मेरे लिए बहुत खास है। सितंबर 2021 से अपनी खुद की फिल्म की स्क्रीनिंग में भाग लेने के लिए यात्रा करना एक चुनौती बन गई थी। मुझे अपना पासपोर्ट वापस पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट सहित 4 लोकल अदालती मामलों में लड़ना और जीतना पड़ा, जो कि विचित्र #metoo मानहानि मामले के आधार पर जब्त किया गया था। लीना ने एक फेसबुक पोस्ट में तमिल फिल्म निर्देशक सूसी गणेशन पर metoo का आरोप लगाया था। इसमें कहा गया था कि 2005 में अपनी कार में घर छोड़ने की पेशकश के बहाने गणेशन ने उन्हें अपने साथ अपार्टमेंट में जाने के लिए मजबूर किया। लीना को तभी जाने दिया, जब अपनी सुरक्षा के लिए चाकू निकाला और उसे धमकाया। लीना ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के समर्थन में भी टवीट कर चुकी हैं। NWMIndia ने जुबैर के समर्थन में एक tweet किया था, लीना ने उसे रीट्वीट किया था। जुबैर पर हिंदु आस्थावानों की भावनाएं भड़काने का आरोप है। सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद 27 जून को दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। इस समय वो ज्यूडिशल कस्टडी में है। लीना इससे पहले वरवर राव, सुधा भारद्वाज,उमर खालिद, संजीव भट्ट, तीस्ता सीतलवाडी, आनंद तेलतुम्बडे, इशरत जहां, देवांगना कलिता, नताशा नरवाली, आरबी श्रीकुमार, दिशा रवि, गौतम नवलखा, वर्नोन गोंसाल्वेस, शरजील इमाम, स्टेन स्वामी के खिलाफ पुलिस केस का विरोध कर चुकी हैं। उन्होंने एक रीट्वीट के जरिये केंद्र सरकार पर फासीवादी (fascist Indian Govt) होने का आरोप लगाया था।