उर्स में की गईं मुल्क में अमन व सलामती की दुआएं, खानकाह असदिया मुरादिया में तीन दिवसीय उर्स पाक का समापन, देश के विभिन्न हिस्सों से अकीदतमंदों ने दी अपनी भागीदारी

उर्स में की गईं मुल्क में अमन व सलामती की दुआएं, खानकाह असदिया मुरादिया में तीन दिवसीय उर्स पाक का समापन, देश के विभिन्न हिस्सों से अकीदतमंदों ने दी अपनी भागीदारी


उर्स में की गईं मुल्क में अमन व सलामती की दुआएं, खानकाह असदिया मुरादिया में तीन दिवसीय उर्स पाक का समापन, देश के विभिन्न हिस्सों से अकीदतमंदों ने दी अपनी भागीदारी

भिलाईनगर 6 दिसंबर । चिश्तिया, साबिरिया अमजदिया, मुरादिया, भोलाइया सिलसिले के बुजुर्ग सूफी संत बाबा भोला शफी शाह रहमतुल्लाह अलैहि का तीन दिनी उर्स मुबारक मुराद नगर ग्राम बीरेभाठ नंदिनी एयरपोर्ट के पास खानकाह भोलाइया में रविवार की शाम दुआओं के साथ पूरा हुआ। तमाम रस्मों व पूरी शान व शौकत के साथ मनाए गए इस उर्स पाक में सज्जादा नशीं बाबा कायम शाह बाबू सरकार की मौजूदगी व निगहबानी तमाम रस्में अदा की गई। वहीं मुल्क में अमन व सलामती के साथ-साथ पूरी दुनिया को कोरोना की वबा से निजात दिलाने खास तौर पर दुआएं की गई।

कोविड संक्रमण को देखते हुए मुल्क के अलग-अलग हिस्सों से आए अकीदतमंदों ने कोविड नियमों का पालन करते हुऐ अपनी भागीदारी दी। 3 दिसंबर को शुरू हुए इस तीन दिवसीय उर्स को देखते हुए खानकाह को फूलों से खास तौर पर सजाया गया, वहीं आकर्षक झालरों की रोशनी की गई। खानकाह में 3 दिसंबर को शाम 4 बजे रस्मे अलम शरीफ अदा की गई। जिसमें सज्जादा नशीन कायम शाह ने खानकाह में परचम फहरा कर उर्स की औपचारिक शुरूआत की। इसके बाद रात 8 बजे से महफिले मिलाद शरीफ हुई। जिसमें दुआए खैर की गई और नातिया कलाम पेश किए गए। अगले दिन 4 दिसंबर शाम 4 बजे रस्मे गागर शरीफ अदा की गई। जिसमें अकीदतमंदों ने गागर में पानी लाकर पेश किया। रात में मिलाद-ए-मुस्तफा की महफिल सजाई गई।

वहीं गुलपोशी की रस्म अदायगी हुई और आम लंगर व महफिले समा में कव्वाली पेशकश की गई। जिसमें लोगों ने सूफियाना कलाम पेश किए। इसके साथ ही उलेमाए किराम की तकरीर भी हुई। इतवार सुबह 9 बजे से गद्दी शरीफ  पर नज्र पेश किया गया। इसके बाद कुल रस्म अदायगी, फातेहा ख्वानी, शिजरा ख्वानी व दुआए ख़ैर हुईं। तीनों दिन हुए आम लंगर मेें न सिर्फ बाहर से आए अकीदतमंद बल्कि आस-पास के लोगों ने भी बड़ी तादाद में अपनी भागीदारी दी।