एनजेसीएस की उप-समिति की बैठक बेनतीजा समाप्त, प्रबंधन की हठधर्मिता जारी, कर्मियों पर अतिरिक्त बोझ लादने का प्रयास

एनजेसीएस की उप-समिति की बैठक बेनतीजा समाप्त, प्रबंधन की हठधर्मिता जारी, कर्मियों पर अतिरिक्त बोझ लादने का प्रयास


भिलाई नगर 19 मार्च। एनजेसीएस की उप-समिति की
बैठक आज बेनतीजा समाप्त हो गई। उप समिति में यूनियन प्रतिनिधियों के बार-बार आग्रह के बावजूद बैठक की शुरुआत से ही प्रबंधन ने विजाग स्टील प्लांट के कर्मियों के बकाया भुगतान, अतिरिक्त वेतन वृद्धि के भुगतान, वेतन-वृद्धि लाभ के विस्तार को दरकिनार करने की कोशिश की।
प्रबंधन ने रात्रि पाली भत्ता और एचआरए में वृद्धि पर जो प्रस्ताव प्रबंधन की ओर से दिया जिसे यूनियन की ओर से एकजुट होकर सिरे से खारिज कर दिया। प्रबंधन का कर्मचारी-विरोधी रवैया इस हद तक बढ़ गया है कि उन्होंने पूर्व-संशोधित वेतनमान पर एचआरए की पेशकश की, वह भी 2013 के बाद से नए प्रवेशकों/आवेदकों को एचआरए से वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही प्रबंधन ने टाउनशिप में क्वार्टरों के प्रति वर्ग फुट 2 रुपये की दर से कर्मियों पर हाउस-रेंट रिकवरी (एचआरआर) लगाने की मांग की, जिससे वहां रहने वाले कर्मियों का बोझ 10 गुना से अधिक बढ़ जाएगा। कंपनी क्वार्टर में. नाइट शिफ्ट भत्ता भी बढ़ाकर मात्र 160/- रुपये करने की पेशकश की गई है। गरिमा की न्यूनतम भावना रखने वाला कोई भी श्रमिक विरोधी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं कर सकता।
यूनियन की ओर से फिर से बिना शर्त पूर्ण बकाया भुगतान और प्राथमिकता के आधार पर बिना किसी देरी के अतिरिक्त वेतन वृद्धि को अंतिम रूप देने पर जोर दिया। लंबे विचार-विमर्श के बाद आख़िरकार प्रबंधन ने व्यावहारिक रूप से 1-4- 2020 से पहले की अवधि के लिए बकाया भुगतान और अतिरिक्त वेतन वृद्धि की मांग से इनकार कर दिया। इस प्रकार बैठक बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि प्रबंधन एमओयू पर हस्ताक्षर के दौरान की गयी अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट रहा है.
वर्तमान परिस्थितियों में एकजुट होकर संघर्ष करने से ही हम अपनी मांग पा सकते हैं। हमारे सामने कोई दूसरा रास्ता नहीं है. हमें प्रबंधन को सभी जायज मांगों को मानने के लिए मजबूर करना होगा। इस्पात श्रमिक एकजुट संघर्ष के माध्यम से प्रबंधन को उचित और वैध मांगों को स्वीकार करने के लिए मजबूर कर सकते हैं।
सीटू का प्रतिनिधित्व कॉमरेड बिस्वरूप बंद्योपाध्याय, अध्यक्ष एचएसईयू, डीएसपी और सचिव एसडब्ल्यूएफआई ने किया। यह जानकारी ललितमोहन मिश्रा महासचिव, एसडब्ल्यूएफआई ने दी है।