सिंह राशि शत्रु शांत रहेंगे, धनार्जन होगा, आज विशेष लाभ होने की संभावना है, कन्या राशि जोखिम के कार्यों से दूर रहें, पराक्रम में वृद्धि होगी, परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा

सिंह राशि शत्रु शांत रहेंगे, धनार्जन होगा, आज विशेष लाभ होने की संभावना है, कन्या राशि जोखिम के कार्यों से दूर रहें, पराक्रम में वृद्धि होगी, परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा


             🙏🏻🙏 हर हर महादेव 🙏🙏🏻
             

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🌤️  दिनांक – 17 मार्च 2024
🌤️ दिन – रविवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – उत्तरायण
🌤️ ऋतु – वसंत ॠतु
🌤️ मास – फाल्गुन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – अष्टमी रात्रि 09:52 तक तत्पश्चात नवमी
🌤️ नक्षत्र – मृगशिरा शाम 04:47 तक तत्पश्चात आर्द्रा
🌤️ योग – आयुष्मान शाम 05:06 तक तत्पश्चात सौभाग्य

⚛️सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ-:👇👇
              (दिल्ली समयानुसार)

सूर्योदय———06:28

सूर्यास्त———-18:3

सूर्य राशि ——— मीन

चन्द्र राशि——–मिथुन

चन्द्रोदय———11:22

चन्द्रास्त———26:11

⚫अशुभ समय (अशुभ मुहूर्त)-:👇👇

दुष्टमुहूर्त- 16:54 से 17:42 तक

कुलिक-16:54 से 17:42 तक

राहु काल- 17:00 से 18:31 तक

गुलिक काल15:30 से 17:00 तक

🌑दिशा शूल———-पश्चिम


⚛️शुभ समय (शुभ मुहूर्त)-:👇👇

ब्रह्म मुहूर्त 4:30 से 5:30  तक

अभिजीत12:05 से 12:53 तक

विजय मुहूर्त 14:29 से 15:16 तक

गोधूलि बेला 18:32 से 18:50 तक


⭕आज विशेष-:
              आज होलाष्टक प्रारंभ

            🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

💥 विशेष – अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

              🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

              🌷आज रविवार विशेष🌷

🔅सूर्य नारायण को जल अर्पित करें, इस दिन गायत्री मंत्र का जप करना भी शुभ कारक है।
🔅 आप आज रविवार के दिन छोटा सा हवन करके उसमें गायत्री मंत्रों की आहुति भी दे सकते हैं।
🔅रविवार के दिन पीपल व तुलसी वृक्ष को छूना व पत्ते तोड़ना इत्यादि वर्जित है।
🔅यदि आपके यश, मान- सम्मान व व्यापार व रोजगार में बाधा उत्पन्न होती है और जन्म कुंडली में सूर्य अशुभ अवस्था में है तो रविवार का व्रत करें।
🔅ध्यान रहे रविवार के व्रत में किसी भी प्रकार का नमक खाना वर्जित है।
💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
💥 रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
💥 स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।

             🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

          🌷 आर्थिक तकलीफ़ हो तो 🌷
💰 किसी को आर्थिक तकलीफ़ हो तो होली की पूनम के दिन एक समय ही खाना खायें, एक वक़्त उपवास करें अथवा तो नमक बिना का भोजन करें होली की रात को खीर बनायें और चंद्रमा को भोग लगाकर उसे दिखा दें चंद्रमा को; एक लोटे में जल लेकर उसमें चावल, शक्कर, कुमकुम, फूल, आदि डाल दें और चंद्रमा को ये मंत्र बोलते हुए अर्घ्य दें;
🌷 दधीशंख: तुषाराभम् क्षीरोरदार्णव संनिभम्
नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम्

🌙 हे चंद्र देव! भगवान शिवजी ने आपको अपने बालों में धारण किया है, आपको मेरा प्रणाम है।
अगर पूरा मंत्र याद न रहे तो “ॐ सोमाय नमः , ॐ सोमाय नमः” , इस मंत्र का जप कर सकते हैं।

               🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

          🌷 होली के दिन पूजा विशेष 🌷
🔥 होली के दिन हनुमान जी के पूजा का विशेष विधान है, हो सके तो करना | पूजा का मतलब यह जरूरी नहीं की हनुमान जी के आगे दिया जलायें तब ही वे प्रसन्न होंगे। “श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि बरनउ रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि”, ” मनोजवं मारुततुल्य वेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं | वातात्मजं वानरयूथ मुख्यं श्री राम दूतं शरणं प्रपद्ये || ” ऐसी प्रार्थना कर दी, वे राजी हो जायेंगे | होली के दिन एक बार जरूर कर लें, बहुत लाभ होगा |

🔥 होली के दिन शास्त्रों में लक्ष्मी माता की पूजा का भी विधान बताया गया है | वह कपूर का दिया जलाकर करें | थोड़ा सा ही कपूर जलायें | होली का पर्व दरिद्रता का नाश करनेवाला पर्व है |

           🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

       🌷औषधीय गुणों से                      भरपूरः ब्रह्मवृक्ष पलाश🌷

🌹👉जिसकी समिधा यज्ञ में प्रयुक्त होती है, ऐसे हिन्दू धर्म में पवित्र माने गये पलाश वृक्ष को आयुर्वेद ने ‘ब्रह्मवृक्ष’ नाम से गौरवान्विति किया है । पलाश के पाँचों अंग (पत्ते, फूल, फल, छाल, व मूल) औषधीय गुणों से सम्पन्न हैं। यह रसायन (वार्धक्य एवं रोगों को दूर रखने वाला), नेत्रज्योति बढ़ाने वाला व बुद्धिवर्धक भी है ।

🌹👉इसके पत्तों से बनी पत्तलों पर भोजन करने से चाँदी के पात्र में किये गये भोजन के समान लाभ प्राप्त होते हैं । इसके पुष्प मधुर व शीतल हैं । उनके उपयोग से पित्तजन्य रोग शांत हो जाते हैं ।

🌹👉पलाश के बीज उत्तम कृमिनाशक व कुष्ठ (त्वचारोग) दूर करने वाले हैं । इसका गोंद हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसकी जड़ अनेक नेत्ररोगों में लाभदायी है ।

🌹👉पलाश व बेल के सूखे पत्ते, गाय का घी व मिश्री समभाग मिलाकर धूप करने से बुद्धि शुद्ध होती है व बढ़ती भी है । वसंत ऋतु में पलाश लाल फूलों से लद जाता है । इन फूलों को पानी में उबालकर केसरी रंग बनायें। यह रंग पानी में मिलाकर स्नान करने से आने वाली ग्रीष्म ऋतु की तपन से रक्षा होती है, कई प्रकार के चर्मरोग भी दूर होते हैं ।

🌹👉पलाश के फूलों द्वारा उपचार : महिलाओं के मासिक धर्म में अथवा पेशाब में रूकावट हो तो फूलों को उबालकर पुल्टिस बना के पेड़ू पर बाँधें । अण्डकोषों की सूजन भी इस पुल्टिस से ठीक होती है ।

🌹👉प्रमेह (मूत्र-संबंधी विकारों) में पलाश के फूलों का काढ़ा (50 मि.ली.) मिलाकर पिलायें ।

🌹👉रतौंधी की प्रारम्भिक अवस्था में पलाश के फूलों का रस आँखों में डालने से लाभ होता है ।

🌹👉आँख आने पर (Conjunctivitis) पलाश  के फूलों के रस में शुद्ध शहद मिलाकर आँखों में आँजें ।

             🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

                    🌑पंचक🌑
🌑👉* शुरूआत 5 अप्रैल, शुक्रवार सुबह 07:12 से होगी और अंत 9 अप्रैल, मंगलवार सुबह 07:32 मिनट पर हो जाएगा।
                           
                🌞~वैदिक पंचांग~🌞
            🙏🏵️🌷💐🌹💐🌷🏵️🙏
           
🌹👉 राहुकाल ज्ञानाय समय चक्र 👈🌹
➡️ रविवार – सायं काल -16:30 से 18:00 तक
➡️ सोमवार- प्रातःकाल -07:30 से 09:00 तक
➡️ मंगलवार -दिवा काल -15:00 से 16:30 तक
➡️ बुधवार – दिवा काल -12:00 से 13:30 तक
➡️ गुरुवार – दिवा काल -13:30 से 15:00 तक
➡️ शुक्रवार- प्रातःकाल -10:30 से 12:00 तक
➡️ शनिवार -प्रातःकाल -09:00 से 10:30 तक

      🌹👉 अभिजीत मुहूर्त का समय 👈🌹
➡️मध्यम माननें दोपहर ( दिन में) -11:36 से 12:24 बजे तक के मध्य अभिजीत मुहूर्त वर्तमान रहता है। जिसमें सभी दोष निवारण की क्षमता कहीं गयी है। किसी मुहूर्त विशेष में लग्न की शुद्धता परिलक्षित न हो तो अभिजीत मुहूर्त में कार्य सम्पादन कर लाभ के भागीदार बन सकते हैं। विशेष विवरण पंचांग के मुहूर्त प्रकरण में देखें। धन्यवाद।
                              
                🌞~वैदिक पंचांग~🌞
            🙏🏵️🌷💐🌹💐🌷🏵️🙏        

       🌹👉मार्च 2024, व्रत- पर्व👈🌹
                     ( व्रत- त्यौहार)

➡️20 मार्च, बुधवार-: अमला एकादशी व्रत,                         (स्मार्त व वैष्णव)| ➡️22 मार्च, शुक्रवार-:  प्रदोष व्रत|
➡️24 मार्च, रविवार-:  होलिका दहन| ➡️25 मार्च, सोमवार-:   धूलंडी पर्व|
              ( गणगौर पूजा प्रारंभ|)
              
⏩⏩▪️(25 मार्च को उपच्छया चंद्र ग्रहण रहेगा, जो भारत के बाहर दिखाई देगा।(भारत देश में सूतक मान्य नहीं होगा)
                              
                🌞~वैदिक पंचांग~🌞
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🌹👉जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं बधाई और शुभाशीष।

🌹👉दिनांक 17 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 8 होगा। इस दिन जन्मे व्यक्ति धीर गंभीर, परोपकारी, कर्मठ होते हैं।

🌹👉आपकी वाणी कठोर तथा स्वर उग्र है। आप भौतिकतावादी है। आप अदभुत शक्तियों के मालिक हैं। यह ग्रह सूर्यपुत्र शनि से संचालित होता है।

🌹👉आप अपने जीवन में जो कुछ भी करते हैं उसका एक मतलब होता है। कई बार आपके कार्यों का श्रेय दूसरे ले जाते हैं। आपके मन की थाह पाना मुश्किल है। आपको सफलता अत्यंत संघर्ष के बाद हासिल होती है।

शुभ दिनांक : 8, 17, 26

शुभ अंक : 8, 17, 26, 35, 44

शुभ वर्ष : 2024, 2042

ईष्टदेव : हनुमानजी, शनि देवता

शुभ रंग : काला, गहरा नीला, जामुनी

🌹👉कैसा रहेगा यह वर्ष
व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। नौकरीपेशा व्यक्ति प्रगति पाएंगे। बेरोजगार प्रयास करें, तो रोजगार पाने में सफल होंगे।

🌹👉सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। जो अभी तक बाधित रहे है वे भी सफल होंगे। राजनैतिक व्यक्ति भी समय का सदुपयोग कर लाभान्वित होंगे। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे, स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल ही रहेगा।
                              
                🌞~वैदिक पंचांग~🌞
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             🌹 आज का राशिफल 🌹

🌹🐏मेष
धनार्जन होगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। प्रमाद न करें। व्यापार-व्यवसाय में इच्छित लाभ की संभावना है। भाइयों की मदद मिलेगी। संपत्ति के लेनदेन में सावधानी रखें।

🌹🐂वृष
संतान के कार्यों पर नजर रखें। पूंजी निवेश बढ़ेगा। प्रचार-प्रसार से दूर रहें। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। आपके व्यवहार एवं कार्यकुशलता से अधिकारी वर्ग से सहयोग मिलेगा।

🌹👫मिथुन
जोखिम व जमानत के कार्य न करें। लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रयत्न करें, सफलता मिलेगी। शुभ कार्यों में संलग्न होने से सुयश एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। व्यापारिक निर्णय लेने में देर नहीं करें। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। बेरोजगारी दूर होगी। धन की आवक बनी रहेगी।

🌹🦀कर्क
भौतिक विकास के कार्यों को बल मिलेगा। फालतू खर्च होगा। भागीदारी के प्रस्ताव आएंगे। दिनचर्या नियमित रहेगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम न लें। झंझटों में न पड़ें। आय में कमी होगी।

🌹🐅सिंह
प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शत्रु शांत रहेंगे। धनार्जन होगा। आज विशेष लाभ होने की संभावना है। मेहनत का फल मिलेगा। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। बुद्धि एवं मनोबल से सुख-संपन्नता बढ़ेगी। व्यापार में कार्य का विस्तार होगा। सगे-संबंधी मिलेंगे।

🌹🙎‍♀️कन्या
मान बढ़ेगा। मेहमानों का आवागमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। जोखिम के कार्यों से दूर रहें। पराक्रम में वृद्धि होगी। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। अभिष्ट कार्य की सिद्धि के योग हैं। उलझनों से मुक्ति मिलेगी।

🌹⚖️तुला
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। दु:खद समाचार मिल सकता है। चिंता बनी रहेगी। व्यापार-व्यवसाय में सावधानी रखें। क्रोध पर नियंत्रण रखें। वास्तविकता को महत्व दें। प्रयासों में सफलता के योग कम हैं। परिवार में कलह-कलेश का माहौल रह सकता है।

🌹🦂वृश्चिक
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल लाभ देंगे। भेंट आदि की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य होने से प्रसन्नता रहेगी। व्यापार में उन्नति के योग हैं। संतान की ओर से सुखद स्थिति बनेगी। प्रयास की मात्रा के अनुसार लाभ की अधिकता रहेगी। अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें।

🌹🏹धनु
उदर विकार के योग के कारण खान-पान पर संयम रखें। विवादों से दूर रहना चाहिए। आर्थिक प्रगति में रुकावट आ सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। अप्रत्याशित बड़े खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है, जोखिम न लें। अजनबी व्यक्ति पर विश्वास न करें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🌹🐊मकर
धनार्जन होगा। प्रमाद न करें। संतान के कार्यों से समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नेतृत्व गुण की प्रधानता के कारण प्रशासन व नेतृत्व संबंधी कार्य सफल होंगे। शत्रुओं से सावधान रहें। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी।

🌹🍯कुंभ
समय की अनुकूलता का लाभ अधिकाधिक लेना चाहिए। नवीन उपलब्धियों की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नई योजना बनेगी। नए अनुबंध होंगे। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। परिवार की समस्याओं की चिंता रहेगी।

🌹🐟मीन
रुके कार्य बनेंगे। जोखिम न लें। वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। व्यवहार कुशलता एवं सहनशीलता के बल पर आने वाली बाधाओं का समाधान हो सकेगा। खानपान पर नियंत्रण रखें। नए अनुबंधों का लाभ मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। पूछ-परख रहेगी।
                            
                🌞~वैदिक पंचांग~🌞
            🙏🏵️🌷💐🌹💐🌷🏵️🙏