नियम प्रक्रियाओं को ताक पर रख सगे संबंधियों को नौकरी लगा रहे पालिका अधिकारी, शिकायत पर जाँच शुरू

नियम प्रक्रियाओं को ताक पर रख सगे संबंधियों को नौकरी लगा रहे पालिका अधिकारी, शिकायत पर जाँच शुरू


नियम प्रक्रियाओं को ताक पर रख सगे संबंधियों को नौकरी लगा रहे पालिका अधिकारी, शिकायत पर जाँच शुरू

रायपुर, 22 अक्टूबर। राज्य में एक तरफ युवाओं को नौकरी के तलाश में भटकना पड़ रहा है वहीं सरकारी अधिकारी अपने पद का दुरूपयोग करते हुए अपने कार्यालयों में नियमों और प्रक्रियाओं को ताक में रखकर अपने संगे संबधियों को नौकरी लगाकर उन्हें कलेक्टर दर से भी ज्यादा वेतन दे रहे हैं। पूरा मामला तिल्दा-नेवरा पालिका का है। मामले में पालिका के अधिकारी की शिकायत तिल्दा-नेवरा नगर विकास समिति द्वारा संचानालय नगरीय प्रशासन एवं विकास से की गयी है।

शिकायत पत्र में अधिकारी को भ्रष्टाचार करते हुए नगर पालिका में अपने दो पुत्रों व एक रिश्तेदार को प्लेसमेंट कर्मचारी के रूप में जल विभाग व लोक निर्माण एवं भवन अनुज्ञा में रूप में नाम जोड़कर पिछले एक साल से लगातार उनके नाम से फर्जी वेतन आहरण करने की बात कही गई है। जबकि कलेक्टर द्वारा संशोधित दर का लाभ भी अन्य प्लेसमेंट कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। नियम के अनुसार कलेक्टर द्वारा नगर निगम क्षेत्र 15 के दायरे में उच्च वेतन लागू किया गया है। वह नगर पालिका तिल्दा नेवरा के कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को दिया जा रहा है। तिल्दा नेवरा की दूरी 45 किमी है। इसके बावजूद अपने पुत्र को नगर निगम की दर से लाभ दिया जा रहा है। इसके अधिकारी ने नाम से जो शासकीय आवास आबंटित हुआ है, उसमें अधिकारी न रहकर अपने पुत्री एवं दामाद को रखा है। कलेक्टर सौरभ कुमार ने मामले की जानकारी मिलते ही जांच के निर्देश जिला पंचायत सीईओ को दिए हैं। उन्होंने आश्वास्त किया कि रिपोर्ट के आधार पर अवश्य कार्यवाही की जाएगी।