सिम्स से गायब अबोध शिशु बरामद, आरोपी महिला उमरिया में चलती ट्रेन से गिरफ्तार, सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर मददगार तक पहुंची पुलिस, फिर कड़ियां जुड़ती गई

सिम्स से गायब अबोध शिशु बरामद, आरोपी महिला उमरिया में चलती ट्रेन से गिरफ्तार, सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर मददगार तक पहुंची पुलिस, फिर कड़ियां जुड़ती गई


सिम्स से गायब अबोध शिशु बरामद, आरोपी महिला उमरिया में चलती ट्रेन से गिरफ्तार, सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर मददगार तक पहुंची पुलिस, फिर कड़ियां जुड़ती गई

बिलासपुर, 22 अगस्त। सिम्स हॉस्पिटल से चुराये गये 7 माह के शिशु हमजान को पुलिस ने खोज निकाला है और उसे लेकर जा रही युवती को ट्रेन रुकवाकर उमरिया रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार किया है। उसका मददगार युवक भी बिलासपुर से पकड़ा गया है। इसके लिये पुलिस को दो दिन के भीतर सिम्स, रेलवे स्टेशन व शहर में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे खंगालने पड़े और अनेक कड़ियों को जोड़ते हुए तत्परता से काम लेना पड़ा। साइबर सेल और आरपीएफ की सक्रियता भी काम आई।

सिम्स हॉस्पिटल से शिशु को लेकर भागने की यह वारदात 20 अगस्त को हुई थी। करगी रोड कोटा की शबीना बी और उसके पति सफर बी सड़क किनारे टेंट लगाकर अंगूठी के पत्थर और चूड़ियां बेचते हैं। उनसे आरोपी युवती ने पिछले तीन चार दिनों से लगातार मुलाकात कर मेलजोल बढ़ाया था और शिशु को उसकी मां के साथ इलाज के लिये घटना के दिन सिम्स लेकर आई थी। जैसे ही मां शबीना बी वाशरूम गई, आरोपी युवती शिशु को लेकर फरार हो गई थी।

वारदात के बाद पुलिस व साइबर सेल सक्रिय हुई। सिम्स गेट से आरोपी युवती शिशु को ले जाते हुए दिखाई दे रही है पर उसका चेहरा ढंका हुआ था। बाहर के सीसीटीवी कैमरे पर एक्टिवा पर सवार एक युवक मोबाइल फोन पर बात करते हुए दिखाई दे रहा था, लेकिन न उसकी पहचान हो पा रही थी और न ही उसके वाहन की। इसके बाद साइबर सेल और पुलिस टीम ने शहर के प्रमुख मार्गों से स्टेशन तथा बस-स्टैंड की ओर जाने वाले सभी कैमरों को खंगालना शुरू किया। इसमें एक जगह वह सीन पकड़ में आ गया जिसमें पीड़ित महिला और आरोपी युवती बच्चे को लेकर सिम्स की ओर एक्टिवा से आ रहे हैं। दोनों पीछे बैठे हुए थे और वही युवक जिसके साथ आरोपी युवती स्टेशन पर शबीना बी से मिलने आती थी, स्कूटी को चला रहा था। इस फुटेज में वाहन का नंबर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। पुलिस के लिये जानकारी महत्वपूर्ण रही, जिसने आखिरकार आरोपी युवती तक उसे पहुंचा दिया।

स्कूटर शंकर नगर, बंधवापारा के कोमल गोंड के नाम से रजिस्टर्ड थी। पुलिस ने बताये गये पते पर दबिश दी। वहां कोमल गोंड नहीं मिला। वहां मौजूद महिला ने बताया कि एक्टिवा उसका भाई पुष्पेन्द्र गोंड चलाता है जो कुछ देर पहले ही अपनी मां के साथ सब्जी लेने घर के लिये निकला है। पुलिस ने पुष्पेन्द्र का नंबर हासिल कर उसका लोकेशन ट्रेस किया। उसे सत्यम चौक पर पकड़ लिया गया। हिरासत में लेने पर उसने बताया कि बच्चे को लेकर गई युवती रितु यादव है, जो उसकी दोस्त है। वह तोरवा नाका चौक के पास रहती है। पुलिस ने बताये गये घर में छापा मारा, जहां दो महिलाएं मिलीं, जहां रितु यादव की बहन और मां मिली। उन्होंने सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि वह अब टिकरापारा में रहती है। घटना के दिन वह एक बच्चे को लेकर घर आई थी। बहन उसके साथ टिकरापारा गई थी और वहां से वह सामान लेकर रेलवे स्टेशन गई। रितु को उसकी बहन ने करीब 3 बजे स्टेशन पर छोड़ा था। पुलिस ने उनसे रितु का फोन नंबर ले लिया।

अब पुलिस ने स्टेशन में जानकारी हासिल की कि तीन बजे के बाद वहां से कौन-कौन सी ट्रेन निकलती है। मालूम हुआ कि कटनी रूट के लिये सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस और उत्कल एक्सप्रेस रवाना हुई है। आरपीएफ ने दोनों ट्रेनों में तलाशी शुरू की। उधर साइबर सेल ने रितु यादव के मोबाइल फोन का लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया। कुछ ही देर में साफ हो गया कि वह संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सवार है और कटनी की ओर जा रही है। जब यह लोकेशन हासिल हुआ तो सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस का अगला स्टॉपेज कटनी का मिला। आरपीएफ को जानकारी दी गई तो ट्रेन उमरिया स्टेशन पर रुकवा लिया गया। आरपीएफ ने शिशु को कब्जे में लेकर उसे एस 7 बोगी से उतार लिया।

आज सुबह सारनाथ एक्सप्रेस से युवती को बिलासपुर लाया गया है। पूछताछ के बाद पता चलेगा कि उसने शिशु का अपहरण किस उद्देश्य से किया था। मालूम हुआ है कि पुलिस को रितु यादव के घर से एक डायरी मिली है जिसमें कई वीआईपी लोगों के फोन नंबर दर्ज हैं। यह मानव तस्करी का मामला हो सकता है। आज पुलिस द्वारा इस मामले पर विस्तार से ब्रीफिंग की जा सकती है।