प्रतिस्पर्धा के दौर में इंग्लिश मीडियम स्कूल समृद्ध, सशक्त और शिक्षित राज्य बनाने में होंगे मददगार – रविंद्र चौबे बोरी एवं धमधा में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ

प्रतिस्पर्धा के दौर में इंग्लिश मीडियम स्कूल समृद्ध, सशक्त और शिक्षित राज्य बनाने में होंगे मददगार – रविंद्र चौबे  बोरी एवं धमधा में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ


प्रतिस्पर्धा के दौर में इंग्लिश मीडियम स्कूल समृद्ध, सशक्त और शिक्षित राज्य बनाने में होंगे मददगार – रविंद्र चौबे

बोरी एवं धमधा में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ

दुर्ग 02 अगस्त । कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने आज धमधा नगर एवं ग्राम पंचायत बोरी में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने यहां बनने वाले निर्धारित नवीन स्कूल भवन का शिलान्यास भी किया। मंत्री श्री चौबे ने इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने केक काटकर बच्चों को खिलाया एवं पाठ्यक्रम आधारित पुस्तकों का वितरण किया।

 श्री चौबे ने कहा कि यह अवसर हम सब को गौरवान्वित करने वाला पल है। मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच के चलते शासकीय शालाओं में इंग्लिश मीडियम स्कूल संचालित किया जा रहा है। शासकीय शालाओं में इंग्लिश मीडियम स्कूलों का संचालन होने से अब गाँव के गरीब किसानों के बच्चे इन शालाओं में शिक्षा अध्ययन करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में इस वर्ष 172 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला गया है। शालाओं में अध्यापकों की व्यवस्था की गई है। शालाओं में आवश्यक व्यवस्था के साथ ही आकर्षक परिसर बनाया गया है। 

 श्री चौबे ने कहा कि यह दौर कड़ी स्पर्धा का समय है। सभी क्षेत्रों में प्रतियोगिता चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में यह स्कूल बच्चों को चुनौतियों को सामनाकर लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में मददगार बनेगा। बच्चे जमाने के साथ दौड़ लगा पाएंगे। निर्धारित लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे। सशक्त, समृद्ध और शिक्षित राज्य बनेगा। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि नवीन शाला भवनों के लिए प्रति स्कूल 2-2 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया है। स्कूलों में अधोसंरचना की व्यापक व्यवस्था की जाएगी। शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियां मुहैया होगीं। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।