रिसाली में मकान की छत के प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिरने के 20 घंटे बाद भी प्रबंधन ने नहीं ली सुध, रिसाली मरोदा ,रूआबांधा के अधिकांश मकान कंडम एचएमएस, बड़ा हादसा होने पर प्रबंधन जवाबदार

रिसाली में मकान की छत के प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिरने के 20 घंटे बाद भी प्रबंधन ने नहीं ली सुध, रिसाली मरोदा ,रूआबांधा के अधिकांश मकान कंडम एचएमएस, बड़ा हादसा होने पर प्रबंधन जवाबदार


रिसाली में मकान की छत के प्लास्टर का बड़ा हिस्सा गिरने के 20 घंटे बाद भी प्रबंधन ने नहीं ली सुध, रिसाली मरोदा ,रूआबांधा के अधिकांश मकान कंडम एचएमएस, बड़ा हादसा होने पर प्रबंधन जवाबदार

भिलाई नगर 11 अगस्त । टाउनशिप क्षेत्र में स्थित क्वार्टर नंबर 215 सी रिसाली मकान की छत के करीब 7 फीट लंबा एवं साढ़े 3 फीट चौड़ा प्लास्टर का हिस्सा गिर गया इस हादसे में निवासी बीएसपी कर्मी की सजगता के कारण ही उसकी जान बच पाई प्लास्टर गिरने के कारण घरेलू सामान में कुर्सी घड़ी एवं बेड क्षतिग्रस्त हुआ है घटना की सूचना देने के करीबन 20 घंटे बाद भी टाउनशिप के जिम्मेदार अधिकारियों ने कर्मचारी खैरियत ही जानने का भी प्रयास नहीं किया क्षतिग्रस्त मकान के मरम्मत तो बहुत दूर की बात है। आक्रोशित कर्मचारियों ने प्रबंधन की इस लापरवाही के प्रति रोष व्यक्त किया है। एचएमएस यूनियन के महासचिव प्रमोद मिश्रा ने कहा है कि रूआबांधा रिसाली एवं मरोदा सेक्टर में काफी बड़े पैमाने पर मरम्मत कार्य किए जाने के लिए प्रबंधन से लगातार यूनियन के द्वारा कहा गया है इसके बावजूद प्रबंधन के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही है बड़ा हादसा होने की स्थिति में पूरी जवाबदारी भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन की होगी।

घटना के संबंध में निवासरत बीएसपी कर्मचारी सुनील सिंह कुशवाहा ने बताया कि वह को को वन विभाग में ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। कल रात्रि पाली में ड्यूटी करने के पश्चात घर में आकर विश्राम कर रहे थे । दोपहर को 3:30 बजे के करीब उन्हें पंखे के पास से आवाजें आने लगी। जिसके कारण व नींद  से उठ कर बाहर आ गए और कुछ ही क्षण में छज्जे के प्लास्टर का 7 फीट लंबा एवं साढ़े 3 फीट चौड़ा हिस्सा गिर गया। जिसके कारण नीचे रखे सामान में प्लास्टिक की कुर्सी, घड़ी एवं पलंग क्षतिग्रस्त हुआ है। इस प्रकार से कर्मचारी की सजगता के कारण ही कल उनकी जान बाल-बाल बची है । इस घटना की सूचना रिसाली मरम्मत कार्यालय में उनके द्वारा दी गई। परंतु 20 घंटे बीतने के बाद भी प्रबंधन की ओर से किसी के द्वारा भी सुध नहीं ली गई । कर्मचारी ने कहा कि परिवार से घर पर कोई नहीं था बाहर गए हुए थे। इस कारण से कोई मानवीय क्षति नहीं हुई है । यदि परिवार घर पर रहता तो बड़ा हादसा होना सुनिश्चित था । उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में प्रबंधन का रवैया बहुत ही गैर जिम्मेदारना रहा है। पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि ढाई वर्ष पूर्व उनके द्वारा वेलकम स्कीम के तहत या मकान का आवंटन कराया गया था प्रबंधन द्वारा मरम्मत करके दिया गया था उसके बावजूद इस प्रकार का हादसा होने से वे भयभीत हैं । उन्होंने कहा कि पूरा मकान कंडम हो चुका है।

रिसाली रूआबांधा एवं मरोदा के अधिकांश मकान कंडोम

इस संबंध में हिंदुस्तान श्रमिक सभा एचएमएस के महासचिव प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि टाउनशिप में जर्जर हो चुके मकानों की मरम्मत के लिए लगातार यूनियन के द्वारा प्रबंधन से कहां जाता रहा है। विशेषकर रिसाली रूआबांधा एवं मरोदा सेक्टर के लगभग सभी मकान कंडोम स्थिति में है। बड़े पैमाने पर मरम्मत के कार्य किए जाने हैं। इसके बावजूद प्रबंधन के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही है और कर्मचारी गायब हो रहे हैं। बड़ा हादसा होने पर संपूर्ण जिम्मेदारी भिलाई इस्पात संयंत्र की होगी।