दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति ने किया ध्वजारोहण

दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति ने किया ध्वजारोहण


दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय में प्रभारी कुलपति ने किया ध्वजारोहण

दुर्ग 15 अगस्त । दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग में स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति, निदेशक शिक्षण डॉ.एस.पी. इंगोले द्वारा ध्वजारोहण किया गया । तत्पश्चात उपस्थित समूह द्वारा राष्ट्रगान गाया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.एस. के. तिवारी, प्रभारी कुलसचिव एवं वित्त अधिकारी .एस.बी.काले, निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ.आर.पी. तिवारी, निदेशक पंचगव्य डॉ. के.एम.कोले, निदेशक एनिमल बायोटेक्नोलॉजी डॉ.आर.सी.घोष, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.सुधीर उपरीत, कार्यपालन अभियंता  कोष्ठा, विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी, समस्त विभागाध्यक्ष शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक अधिकारियों एवं कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने सारगर्भित संबोधन में कहा कि हमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान का पुन: स्मरण कर उनको नमन करना है। उनके द्वारा दिलाई गई आजादी को अखंड रखने हेतु शपथ लेनी है साथ ही इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय  एवं महाविद्यालय की उपलब्धियों का ब्यौरा रखा। आगे उन्होंने बताया कि शासन द्वारा विश्वविद्यालय के अंतर्गत दो नवीन डेयरी पॉलिटेक्निक, क्रमशः तखतपुर एवं बेमेतरा स्वीकृत की जाकर प्रत्येक पॉलिटेक्निक हेतु शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक के 15-15 पदों का सृजन किया गया है एवं अधोसंरचना निर्माण हेतु कुल राशि 1521.57 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति प्रशासन द्धारा प्रदान की गई । साथ ही शासन द्वारा नवीन मात्स्यिकी पॉलिटेक्निक ग्राम राजपुर विकासखंड धमधा हेतु स्वीकृत कर गैर शैक्षणिक के 15-15 पदों का सृजन किया गया है।  पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, बिलासपुर के विकास हेतु  रु. 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। लीवलीहुड बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना हेतु भारत सरकार के एम.एस.एम.ई. मंत्रालय द्वारा राशि रु. 1 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की गई है । सुदूर आदिवासी अंचल सूरजपुर एवं जगदलपुर के आदिवासी पशुपालकों की आमदनी में वृद्धि हेतु उन्नत नस्ल के पशुओं का वितरण कर उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। प्रदेश के वातावरण के अनुरूप पोल्ट्री नस्ल के विकास हेतु आंचलिक कुक्कुट  प्रजनन  प्रक्षेत्र  की स्थापना हेतु भारत सरकार द्वारा 1.65 करोड़ की परियोजना स्वीकृत की गई है। विश्वविद्यालय द्वारा प्रगतिशील पशु पालकों एवं गौठानों में पशु चारा उत्पादन हेतु सुपर नेपियर स्टेम का वितरण किया जा रहा है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत मैत्री योजना में बेरोजगार युवकों को कृत्रिम गर्भाधान का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों/पॉलिटेक्निक एवं कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा कुल 45 गौठानों को गोद लिया गया है। जिसमें वर्मी कंपोस्ट, मशरूम उत्पादन, चारा उत्पादन, कुक्कुट पालन एवं पंचगव्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा देशभक्ति की कविताएं एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। अंत में प्रभारी कुलपति  द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए प्रदेश एवं देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. किरण कुमारी द्वारा किया गया।