धर्मगुरु दो पास्टर ने दुर्ग की महिला आरक्षक से की ठगी बैंक, खाद्य निरीक्षक, पटवारी के पद पर सरकारी नौकरी लगाने का दिया झांसा, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव के 15 से अधिक लोगो से लिए करीब 34 लाख

धर्मगुरु दो पास्टर ने दुर्ग की महिला आरक्षक से की ठगी बैंक, खाद्य निरीक्षक, पटवारी के पद पर सरकारी नौकरी लगाने का दिया झांसा, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव के 15 से अधिक लोगो से लिए करीब 34 लाख


भिलाईनगर 13 सितंबर । धर्म की आड़ में बैंक, खाद्य निरीक्षक, पटवारीं जैसे शासकीय निकायों में सीधी भर्ती कराने एवं मंत्रियों से अच्छी पहचान का झांसा देकर महिला आरक्षक दो पुरुष आरक्षक सहित नौ लोगों से करीब 34 लाख की धोखाधड़ी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। महिला आरक्षक की रिपोर्ट पर छावनी पुलिस ने दो पास्टर के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना कर रही है।
छावनी टीआई विशाल सोम ने बताया कि प्रार्थी दुर्ग आरक्षित केंद्र में आरक्षक रीता सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराया है कि सेक्टर-6 ईसाई समाज का चर्च बैपताईस चर्च में वर्ष 2019 की बैठक थी। चांपा-जांजगीर निवासी पास्टर नुतन कुमार चौहान और कानपुर उत्तर प्रदेश जेडियल लव बाए द लोड़ मिनिस्ट्री के पास्टर अंकित सिंह से समाजिक विनती प्राथर्ना बैठक में आए थे। इसी बीच दोनों आरोपी ने प्राथर्ना के बीच मुलाकात हुई। दोनों ने झांसा दिया कि उसकी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और मंत्रियों से बहुत अच्छी पहचान और पकड़ है। यहां तक दिल्ली में केंद्रिय मंत्रियों से भी पकड़ है। विश्वासी बच्चों को बैंक, खाद्य निरीक्षक, पटवारी एवं अन्य शासकीय निकायों में सीधी भर्ती करा चुका है। पास्टर आरोपी नुतन कुमार चौहान और पास्टर अंकित सिंह के झांसे में आई गई। आरोपी नुतन कुमार चौहान ने प्रार्थी रीता के छोटे भाई गुरजिन्दर सिंह और दो बहनों को नौकरी दिलाने सौदा किया। रीता ने नगद 6 लाख 76 हजार रुपए भाई और दोनों बहनों के लिए नुतन कुमार चौहान और अंकित सिंह के बैंक खाता में ट्रांसफर कर दिया। इसी तरह विश्वासी परिवार के साथियों ने भी अपने-अपने परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी लगाने एवं पुलिस विभाग में प्रमोशन करने हेतु पास्टर नुतन चौहान व पास्टर अंकित सिंह से चर्चा कर पैसे देने लगे और कई लोगों ने 34 लाख 16 हजार 6 रुपए दोनों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने 12 अगस्त 2019 को कोरबा बालको पुलिस थाना क्षेत्र के ग्रामीणों को सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर 8 लाख रुपए ठगा था। पुलिस ने बताया कि इसी प्रकार दुर्ग पुलिस विभाग में पदस्थ आरक्षक बंसत नेताम ने अपने पुलिस साथी विरेन्द्र कुमार नागे, चित्रभान धु्रवे, चित्रसेन का पैसा लेकर दोनों आरोपियों के खाते में ट्रांसफर किया। इसी प्रकार पुलिस विभाग राजनांदगांव में पदस्थ आरक्षक निवेदिता ढावरे ने अपने विभागीय प्रमोशन के लिए 2 लाख 50 हजार रुपए नकद दिए। हीरा सिंह, महेश यादव, पप्पू यादव, ऋषि यादव ने भी उसके खाते में डलवा दिया। दोनों ही आरोपियों के द्वारा निम्न लोगों में पास्टर नुतन कुमार चौहान व पास्टर अंकित सिंह को निम्नानुसार नगद व बैंक द्वारा पैसा दिया गया है। क्र., नाम, बैंक में जमा, नगद कुल रकम, 1- गुरजिन्दर सिंह 1,57,000 । 2 पास्टर बहन रिता सिंह के सदस्य 1. सोनम साहू , 3,06,000 2. पंकज कुमार आद्वीत 2,84,000, 3. माधुरी कौसले 2,07,000, लत्मन्ती चेलक 92,000, खामू महानंद के 3 बच्चे 1.पिंकी महानंद 2. रामू महानंद 3. आशा महानंद के लिए कुल, 3,15,000 ,आरक्षक बंसत नेताम द्वारा 3 सदस्य 1. विरेन्द्र कुमार नाग, 2. चित्रमान धुर्वे, 3. चित्रसेन के लिए कुल, 7,59,995, आरक्षक बहन निवेदिता ढावरे 2,57,000, हिरा सिंह 2,57,000, ज्ञानेश कुमार , 2,692,010, सुशील यादव के 3 सदस्य 1. पप्पू यादव 2. महेश यादव 3. ऋषि यादव , 5,76,000 इस प्रकार पास्टर नुतन चौहान को नगद 9,06,500 एवं बैंक खाता में 6,40,509 रूपये डाले कुल 15,47,009 दिये एवं पास्टर अंकित सिंह को बैंक खाते में 18,69,110 रू डाले है। पास्टर नूतन चौहान व पास्टर अंकित सिंह को कुल रकम 34,16,006 रूपये नगद व बैंक में दिये है।