बेटी कहा नहीं बेटी माना भी: सास-ससुर नेे करवाई विधवा बहू की शादी और 60 लाख का बंगला भी किया गिफ्ट

बेटी कहा नहीं बेटी माना भी: सास-ससुर नेे करवाई विधवा बहू की शादी और 60 लाख का बंगला भी किया गिफ्ट


बेटी कहा नहीं बेटी माना भी: सास-ससुर नेे करवाई विधवा बहू की शादी और 60 लाख का बंगला भी किया गिफ्ट 

अक्सर लोग कहते हैं कि बहू बेटी की तरह हो होती है, उसे भी अपने ससुराल में बेटी की तरह सम्मान मिलना चाहिए. इस बात की मिसाल पेश की है मध्यप्रदेश (Madhay Pradesh) के धार में एक तिवारी परिवार ने, जिन्होंने कोरोना काल में अपने बेटे को खो दिया था. बेटे की मौत के बाद सास-ससुर ने अपनी बहू को बेटी की तरह रखा और उन्होंने 3 मई यानि अक्षय तृतीया के दिन अपनी विधवा बहू की दूसरी शादी भी करा दी. शादी में गिफ्ट के तौर पर उन्होंने अपनी बहू को 60 लाख रुपये के बंगला भी दिया.

कोरोना की दूसरी लहर में बेटे को खो दिया 

दरअसल, धार (Dhar) जिले के प्रकाश नगर में रहने वाले युग प्रकाश तिवारी (Yug Prakash Tiwari) रिटायर्ड SBI AGM हैं. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उनके बेटे प्रियंक तिवारी को कोरोना हो गया था जिसके बाद बेटे की 25 अप्रैल 2021 को कोरोना के चलते मृत्यु हो गई. इसके बाद पूरे परिवार पर दुखों को पहाड़ टूट पड़ा. युग प्रकाश ने किसी तरह पूरे परिवार को संभाला, लेकिन युग और उनकी पत्नी को अपनी विधवा बहू रिचा के भविष्य की चिंता सताने लगी. सास-ससुर ने बहू की दूसरी शादी करने का सोचा लेकिन बहू राजी नहीं हुई.

विधवा बहू की दूसरी शादी करवाई 

प्रियंक (Priyank) की पहली बरसी पर सास-ससुर ने फिर से रिचा को समझाया और रिचा ने दूसरी शादी के लिए हामीभर दी. इसके बाद सास-ससुर ने वर ढूंढना शुरू किया. कुछ दिनों बाद नागपुर के रहने वाले वरूण मिश्रा के साथ रिचा का रिश्ता पक्का हो गया. वरूण एक हॉस्टल संचालक और प्रॉपर्टी ब्रोकर हैं. रिश्ता तय होने के बाद सास-ससुर ने बहू की शादी की तैयारियां शुरू कर दी.

सास-ससुर ने किया कन्यादान

3 मई 2022 यानि अक्षय तृतीया के दिन सास-ससुर ने अपनी विधवा बहू रिचा (Richa) का कन्यादान कर दिया. युग प्रकाश तिवारी ने शादी का पूरा खर्चा उठाया. शादी की हर रस्म को सास-ससुर ने पूरा किया और बहू को बेटी की तरह विदा भी किया. 

60 लाख का बंगला गिफ्ट में दिया 

बता दें कि 27 नवंबर 2011 को युग प्रकाश तिवारी के बेटे प्रियंक तिवारी के साथ रिचा का विवाह हुआ था. साल 2013-14 में उन्होंने एक बेटी के जन्म दिया. बेटी आन्या जो 9 साल की है, वह भी अपनी मां के साथ नागपुर चली गई. प्रिंयक भोपाल की नेटलिंक कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर था. उसके निधन के बाद रिचा को कंपनी ने जॉब दे दी. इतना ही नहीं सास-ससुर ने प्रियंक द्वारा नागपुर में खरीदा गया बंगला तक रिचा को दे दिया.