उधार वापस मांगा तो चचेरे भाई की हत्या, लोगों को बताया वैक्सीन से हो गई मौत, पीएम रिपोर्ट में गला घोंटने की पुष्टि होने के बाद आरोपी गिरफ्तार
धरमजयगढ़, 5 अगस्त। पुलिस ने 9 जुलाई को हुई हत्या के मामले में खुलासा किया है। आरोपी ने उधार में दिए रुपए वापस मांगने पर बीमार चचेरे भाई की गला घोंट कर हत्या कर दी। आरोपी ने वैक्सीन लगाने के बाद बुखार आने पर डॉक्टर के इंजेक्शन लगने से मौत का बहाना कर थाने में सूचना दी थी। पीएम रिपोर्ट में गला घोंटने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और उसे गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के मुताबिक ढीना उर्फ गौतम सिंह ठाकुर ने 9 जुलाई को थाना धरमजयगढ़ में सूचना दी कि डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने से उसके चचेरे भाई की मौत हो गई है। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की।
पीएम रिपोर्ट में मृत्यु गला घोंटने से होने की बात सामने आई। पुलिस ने अंतिम वक्त में साथ रहने वाले उसके चचेरे भाई ढीना उर्फ गौतम सिंह ठाकुर और टुन्नू राम चौहान से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह दुर्गा सिंह के साथ उसकी अच्छी जान-पहचान है। गौतम ठाकुर 4-5 महीना पहले चचेरे भाई दुर्गा सिंह से 40 हजार रुपए उधार लिया था। 9 जुलाई की सुबह सुबह दुर्गा का बड़ा भाई फोन कर बताया कि दुर्गा की तबीयत ज्यादा खराब है। दरअसल दुर्गा सिंह ने कोरोना की वैक्सीन लगाई थी। तबीयत खराब होने पर पीड़ित ने गांव के ही डॉक्टर से इंजेक्शन लिया था। आरोपी अपने दोस्त के साथ बीमार चचेरे भाई से मिलने पहुंचा। दुर्गा सिंह बिस्तर पर लेटा हुआ था। हाल-चाल पूछने के बाद दुर्गा उधारी की रकम वापस मांगने लगा। आरोपी ने रुपए नहीं होने की बात कही। दुर्गा सिंह भड़क उठा और पैसों के लिए घुमाने पर उसे सुनाने लगा। आक्रोशित होकर आरोपी ने अपने दोस्त के साथ मिल रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी। गला दबने से दुर्गा सिंह के मुंह से झाग निकला। स्वभाविक मौत बताकर आरोपी ने थाने में वैक्सीन लगाने के बाद डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने से मौत होने की बात कह दी। फिलहाल आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।