सीसीईटी ने "नैनो टेक्नोलॉजी की शक्ति – अनुप्रयोग और प्रभाव" पर वेबिनार का किया आयोजन

सीसीईटी ने "नैनो टेक्नोलॉजी की शक्ति – अनुप्रयोग और प्रभाव" पर वेबिनार का किया आयोजन


सीसीईटी ने “नैनो टेक्नोलॉजी की शक्ति – अनुप्रयोग और प्रभाव” पर वेबिनार का किया आयोजन

भिलाई नगर 17 जुलाई ।  नैनोमटेरियल्स में अद्वितीय गुण होते हैं जो इसे पारदर्शी सनस्क्रीन क्रीम की तरह आकर्षक बनाते हैं और साथ ही नैनोपार्टिकल्स SARS-CoV2 में नैनोसाइज्ड स्पाइक्स की तरह नुकसान पहुंचा सकते हैं जो हमारे श्वसन अंगों को बदलते और प्रभावित करते हैं। क्रिश्चियन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, भिलाई के आर एंड डी सेल द्वारा आयोजित “विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार” पर वेबिनार श्रृंखला के दौरान इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटेरियल्स (एआरसीआई) हैदराबाद के डॉ टाटा नरसिंग राव द्वारा नैनोमटेरियल्स की अद्भुत दुनिया को बहुत ही आकर्षक और दिलचस्प तरीके से प्रस्तुत किया गया था। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, रायपुर के समन्वयक प्रकोष्ठ के सहयोग से चले इस वेबिनार के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों से छात्रों, शोधार्थियों और संकाय सदस्यों की भारी भागीदारी थी।

डॉ. टाटा नरसिंह राव ने हाइड्रोजन फ्लेम बनाने के लिए एल्युमिनियम नैनोपार्टिकल्स, प्रोपेलेंट एडिटिव्स के लिए नैनो एल्युमिनियम पाउडर, कपड़ा उद्योग के लिए नैनो सिल्वर, कपड़ों के लिए सेल्फ-क्लीनिंग TiO2 कोटिंग्स जैसे नैनोमटेरियल्स के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में बताया। उन्होंने एआरसीआई द्वारा शुरू की गई हालिया परियोजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया, जिसमें नैनो कॉपर से लेपित फेस मास्क का निर्माण शामिल है जो कोविड 19 वायरस को मारने में बहुत प्रभावी हो सकता है।

सीसीईटी के कार्यकारी उपाध्यक्ष रेव फादर जॉर्ज सी वरुघी और प्रिंसिपल डॉ दीपाली सोरेन ने इस तरह के सूचनात्मक और दिलचस्प व्याख्यान आयोजित करने में आर एंड डी सेल के प्रभारी डॉ संध्या पिल्लई की अध्यक्षता में आर एंड डी टीम के प्रयासों की सराहना की। श्री रोनी सनी, और श्रीमती लिंसी रोड्रिग्ज सिविल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान विभाग में सहायक प्रोफेसरों ने क्रमशः वेबिनार श्रृंखला का संचालन किया।