भिलाई में गोली कांड आरोपी मुकेश पंचर रायपुर में गिरफ्तार
भिलाई, 11 अगस्त। भिलाई के नेवई क्षेत्र में कट्टे से फायरिंग करने वाला आरोपी मुकेश पंचर को पुलिस टीम ने रायपुर में घेराबंदी कर गिरफ्तार किया है। एएसपी संजय ध्रुव ने प्रेसवार्ता के माध्यम से इसका खुलासा किया। मामले में एक और आरोपी मुकुल सोना को पुलिस ने पूर्व में नालंदा बिहार से गिरफ्तार किया था। वहीं एक और आरोपी नागेन्द्र अभी फरार है।
गौरतलब हो कि 5 जुलाई रात्रि 12:30 बजे मामले के प्रार्थी बृजेश राय उर्फ पिंकी राय पर 3 अज्ञात व्यक्तियों द्वारा थाना नेवई क्षेत्र के टंकी मरोदा बस्ती में फायरिंग की थी। घटना पर से थाना नेवई में धारा 307 भादवि 25, 27 आम्र्स एक्ट कायम किया गया। एसपी ने घटना स्थल पर उपस्थित आला पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे। उनके द्वारा एक विशेष टीम सीएसपी भिलाई नगर के नेतृत्व में 4 निरीक्षक, 25 अधिकारी/कर्मचारी को शामिल कर तैयार की गयी थी। घटना में प्रयुक्त कार एवं आरोपियों के संबंध में पतासाजी हेतु शहर के 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरा का फुटेज प्राप्त कर विश्लेषण किया गया। घटना में प्रयुक्त लाल रंग की संदिग्ध मारूती 800 कार की तलाशी में टीम लगाया गया। जिसके तहत टोल नाके, आईटीएमएस कैमरे, शहर में 800 कार के मालिकों की जानकारी, मैकेनिक की जानकारी, पार्टस विक्रेताओ की जानकारी इक्कठी की गई एवं जिले के तमाम निगरानी बदमाशों, अपराधियों की लिस्टींग कर उनको थाना बुलाकर कड़ाई से पूछताछ की गयी। शहर में अवैध देशी कटटा, पिस्टल के मामलों में पूर्व के आरोपियों एवं उनके सहयोगियों की जानकारी के बाद आरोपियों की पहचान मुकुल सोना उर्फ सोनू तथा उसके दो सहयोगी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद नागेन्द्र कुमार निवासी नालंदा बिहार के रूप में हुई। पहचान के बाद इनकी गिरफ्तारी के प्रयास हेतु इनके संबंधित ठिकानों पर तत्काल दबिश दी गई। घटना बाद से ही अपने ठिकानो से तीनो आरोपी फरार मिले। चूकि अज्ञात आरोपियो की पहचान हो चूकी थी अत: पुलिस ने इस प्राथमिक सफलता उपरांत गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिया। आरोपी पूर्व में अपहरण के मामले में चालान हो चुके थे इसलिए इनके साथी दरानो की पहचान कर पूछताछ की जा रही थी। अभी पुलिस अपनी कार्यवाही को आगे बढा ही रही थी कि पांच दिन बाद 10 जुलाई को नेवई थाना क्षेत्र के रिसाली इलाके में शाम 7 बजे करीब पुन: तीन हवाई फायर कर पुलिस के लिए एक और चुनौती देकर फरार हो गये। आरोपियो द्वारा की गई फायरिंग के बाद दुर्ग पुलिस के द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश दी गई। उक्त घटना के बाद आरोपियों के धरपकड़ पतासाजी हेतु उनके हर संभावित ठिकाने पर टिटलागढ उडिसा, धमतरी, कुरूद, केशकाल, कांकेर, नागपूर, रायपुर, नंदिनी अहिवारा सहित दुर्ग भिलाई शहर के करीबन 40 ठिकानों पर दबिश दी गई। इसी दौरान आरोपियों द्वारा सोशल मिडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने के लिए एवं प्रार्थी को जान से मारने की धमकी दी गई एवं इसके माध्यम से पुलिस के इन्वेस्टीगेशन को गुमराह करने का भी प्रयास किया गया जिसे सायबर सेल के द्वारा सोशल मिडिया क्रैक कर उनकी योजना को विफल कर दिया गया।