अखिल भारतीय असंगठित कामगार का हल्ला बोल, संसद का किया घेराव, दी गिरफ्तारी
दुर्ग 10 अगस्त । अखिल भारतीय असंगठित कामगार मजदूर कांग्रेस द्वारा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अरविंद सिंह के नेतृत्व एवं प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडेय के दिशा निर्देशों पर मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली संसद का किया घेराव कर गिरफ्तारी दी गई।
अखिल भारतीय संगठित कामगार कांग्रेस द्वारा लगातार केंद्र में बैठी मोदी सरकार से मजदूरों के हितों में कई मांगे रखी गई थी। जैसे इस कोविड-19 में मजदूरों के काम बंद हो गए हैं, तो ऐसे में एआईयूडब्ल्यूसी द्वारा लगातार केंद्र सरकार को पोस्ट कार्ड के माध्यम से पत्र के माध्यम से कई बार जानकारी दी गई पर केंद्र सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगी, संगठन द्वारा इस कोरोना काल में सबसे ज्यादा क्षति मजदूरों को पहुंची है, फुटकर व्यवसायियों को दिनदहाड़ी मजदूरों व मनरेगा में 100 दिन गैरन्टी रोजगार योजना जिनके लिए एआईयूडब्ल्यूसी ने केंद्र सरकार से इनके खातों में 10-10 हजार रुपए डालने की मांग रखी थी, एवं ऑटो चालको की ईएमआई एवं इंश्योरेंस बीमा जो इन 2 सालों में व्यर्थ चला गया उन्हें रिन्यूअल कर नए सिरे से आगे बढ़ा कर देने की मांग रखी थी, किंतु केंद्र सरकार द्वारा लगातार इन मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा था।
जिसके चलते 9 अगस्त को अखिल भारतीय असंगठित कामगार मजदूर कांग्रेस द्वारा संसद घेराव कर अपनी मांगों को लेकर गिरफ्तारी दी गई, जिसमें मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ भिलाई दुर्ग राजनांदगांव से प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता गजभिए एवं सोशल मीडिया उपाध्यक्ष नीतीश कश्यप के नेतृत्व में टीम दिल्ली रवाना हुई थी । जिसमें विशेष तौर पर जिलाध्यक्ष योगेंद्र दास वैष्णव, ब्लॉक अध्यक्ष घुमका नेम दास साहू, ब्लॉक अध्यक्ष डोंगरगांव जमुना साहू, श्रीमती लीना भारतीय, सभापति जनपद पंचायत राजनांदगांव टेकूराम (टीकू) साहू, मोहन रामटेके ,अखिलेश निर्मलकर ,अभिनय गजभिए देवश्री जोशी, बजरंगी लाल सिंह ग्रामीण जिला अध्यक्ष नितेश लाउत्रे, कमल प्रसाद, दशरथ देवांगन, आनंद भंडारकर, विशेष तौर पर उपस्तिथ थे ।