छत्तीगसढ़ की कमान मिलने के बाद विष्‍णुदेव साय ने बताया सबसे पहले करेंगे कौनसा काम?

<strong><em>छत्तीगसढ़ की कमान मिलने के बाद विष्‍णुदेव साय ने बताया सबसे पहले करेंगे कौनसा काम?</em></strong>


सीजी न्यूज ऑनलाइन डेस्क 10 दिसंबर । छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्‍णुदेव साय (Vishnu deo Sai) को मुख्यमंत्री पद के लिए विधायक दल की बैठक में चुना गया है. विष्‍णुदेव साय की गिनती छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेताओं में होती है. भाजपा नेताओं ने बताया कि रविवार को पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना. उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया. विष्‍णुदेव साय को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का करीबी बताया जाता है.

विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद जब उनसे पूछा गया कि वह पहला कौनसा काम करेंगे. तो उन्होंने बताया, “छत्तीसगढ़ में (प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत) 18 लाख आवास को मंजूरी देना नयी सरकार का पहला काम होगा. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में, मैं सरकार के माध्यम से (प्रधानमंत्री) मोदी की गारंटी (भाजपा के चुनाव पूर्व वादे) को पूरा करने का प्रयास करूंगा.”

उन्होंने कहा, “मुझ पर भरोसा करने के लिए पार्टी और नवनिर्वाचित सदस्यों का मैं आभारी हूं. मैं पूरी ईमानदारी के साथ सभी के भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.”
बता दें, रायपुर में नव निर्वाचित विधायकों की दोपहर बाद बैठक आयोजित की गई जिसमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्बानंद सोनोवाल तथा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित थे.

पार्टी के नेताओं ने बताया कि भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आयोजित इस बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय मंत्री और चुनाव सह प्रभारी डॉक्टर मनसुख मांडविया, भाजपा संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह भी मौजूद थे. पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुन लिया गया. मुख्यमंत्री पद के लिए साय के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साय का स्वागत किया.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं. पिछले चुनाव 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) राज्य में एक सीट जीतने में कामयाब रही.