DSP हीरालाल सैनी के बाद अजमेर में एक और पुलिसकर्मी की अश्लील करतूत आई सामने, SP ने किया निलंबित

DSP हीरालाल सैनी के बाद अजमेर में एक और पुलिसकर्मी की अश्लील करतूत आई सामने, SP ने किया निलंबित


DSP हीरालाल सैनी के बाद अजमेर में एक और पुलिसकर्मी की अश्लील करतूत आई सामने, SP ने किया निलंबित

अजमेर. राजस्थान पुलिस के डीएसपी हीरालाल सैनी के महिला कांस्टेबल के साथ स्विमिंग पूल के वायरल हुये अश्लील वीडियो का मामला अभी ठंडा पड़ा भी नहीं कि अजमेर में एक और पुलिसकर्मी की अश्लील व्हाट्सऐप चैटिंग और वीडियो कॉल का खुलासा हुआ है. आरोपी कांस्टेबल करीब आठ महीने से इलाके के किशोर उम्र के छात्र को डरा-धमकाकर उससे देर रात तक अश्लील चेटिंग करता था. इतना ही नहीं कांस्टेबल ने छात्र को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से खुद के नग्न हालत के वीडियो भी शेयर किए. मामला सामने आते ही एसपी जगदीशचंद्र शर्मा ने पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

जानकारी के अनुसार आरोपी कांस्टेबल विक्रम सिंह अजमेर जिले के पीसांगन थाने में ड्राइवर के पद पर तैनात था. उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज जांच नसीराबाद सदर पुलिस को सौंपी गई है. कांस्टेबल छात्र पर थाने में उसके कमरे में आने के लिए दबाव डाल रहा था. इतना ही नहीं एक दिन उसने रात करीब 10 बजकर 35 मिनट पर छात्र को मैसेज करके कहा कि मेरे कार्नर वाले रूम में आ जाओ. मैं कुंडी खोलकर रखता हूं.

आठ महीने से चल रहा था सिलसिला

इस मामले की जानकारी आठ महीने पहले दिसंबर में ही पीसांगन थाना पुलिस को छात्रों ने दे दी थी, लेकिन शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. कांस्टेबल की हरकतों से परेशान पीड़ित किशोर उम्र के छात्र ने फिर पीसांगन पंचायत समिति सदस्य प्रदीप कुमावत सहित अन्य लोगों को इस मामले से अवगत कराया. इस पर कुमावत ने सोमवार को पुलिस उपाधीक्षक अजमेर ग्रामीण आईपीएस सुमित मेहरड़ा से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी.

22 दिसंबर 2020 को थाने में दी गई थी शिकायत

उन्होंने कांस्टेबल और छात्र के बीच हुई अश्लील व्हाट्सऐप चैटिंग और वीडियो कॉलिंग के स्क्रीन शॉट सीडी भी सौंपी है. प्रदीप कुमावत ने बताया कि 22 दिसंबर 2020 को इलाके के छात्रों ने पीसांगन थाने में लिखित शिकायत दी थी. उसमें कांस्टेबल की हरकतों के बारे में बताया गया था. छात्र ने बताया कि जब वह मार्निंग और इवनिंग वॉक पर जाता है तो कांस्टेबल उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर परेशान करता है. झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर डराता-धमकाता है. (news18.com)