स्थानांतरण के चंद महीनों के बाद पटवारी का पुनः ग्राम कुरूद में ही पदस्थापना का ग्रामीणों ने किया विरोध, जनदर्शन में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

स्थानांतरण के चंद महीनों के बाद पटवारी का पुनः ग्राम कुरूद में ही पदस्थापना का ग्रामीणों ने किया विरोध, जनदर्शन में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन


स्थानांतरण के चंद महीनों के बाद पटवारी का पुनः ग्राम कुरूद में ही पदस्थापना का ग्रामीणों ने किया विरोध, जनदर्शन में कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

भिलाई नगर 19 जुलाई । ग्राम कुरूद पटवारी हल्का क्रमांक 50 में स्थानांतरण के चंद महीनों बाद ही पुनः पटवारी सुश्री इंदिरा मिनोचा की पद स्थापना किए जाने से समस्त ग्राम कुरूदवासी आक्रोशित है विरोध स्वरूप आज ग्रामीणों के द्वारा नव पदस्थ कलेक्टर के प्रथम जनदर्शन कार्यक्रम में पटवारी सुश्री इंदिरा मिनोचा की पदस्थापना को निरस्त करने की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन में तत्कालीन कार्यकाल के दौरान पटवारी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार, अपूर्ण कार्य एवं आर्थिक हित को स्थान पर रखे जाने का उल्लेख किया गया है। 

ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व पार्षद श्रीमती सुशीला देवांगन कांग्रेसी इकाई अध्यक्ष प्रदीप अनीता साहू लीलाधर देवांगन मनोज यादव सहित अनेक ग्राम वासियों ने आरोप लगाया कि इन्दिरा मिनोचा ग्राम कुरूद पटवारी हल्का नंबर 50 में पदस्थ थी। उस दौरान आम नागरिकों के साथ साथ पटवारी की कार्यशाली से समूचा कृषक वर्ग भी परेशान था।  उनके द्वारा कार के सिलसिले में पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति से दुर्व्यवहार किया जाता था। पटवारी द्वारा प्रत्येक कार्य के लिए आर्थिक हित को सर्वोपरि रखा जाता था।  पटवारी रिकार्ड की अस्त व्यस्त रखना काम के लिए सभी को परेशान करने पर उनकी शिकायत समस्त ग्राम वासियों द्वारा किये जाने के पश्चात उसका स्थानान्तरण किया गया था। किन्तु इतनी शिकायतों के बावजूद चंद महीनों में  पुनः पटवारी इंदिरा मिनोचा को हल्का में पुनः पदस्थ किया जाना आश्चर्य की बात है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इसके पूर्व भी पटवारी सुश्री इन्दिरा मिनोचा जहा जहा पदस्थ थी वहा वहा उनकी कार्य शैली विवादग्रस्त रही। सबसे पहले पाटन तहसील में शासकीय भूमि की निजि भूमिस्वामी के नाम पर बिना सक्षम अधिकारी के आदेश के  दर्ज कर दिया था । जिसके कारण उसे निलम्बन किया गया था । किन्तु पुणे बहाल हो गयी। इसी प्रकार दुर्ग तहसील के ग्राम खेदामारा में आबादी का कब्जा पटटा बनाकर ग्राम वासियों से आर्थिक लाभ प्राप्त  किया था। जिसकी शिकायत समस्त ग्राम वासियों द्वारा किया गया जांच भी हुई थी।

इसके बाद जब ग्राम कुरूद में पदस्थ थी तब भी आबादी का कब्जा पटटा बना दिया था। इसकी भी शिकायत किया गया, व्यवहार ठीक नही होने के कारण समस्त ग्रामवासियो द्वारा किया गया शिकायत की अवस्था पर स्थानान्तरण किया गया और उसी पटवारी को चंद महीनों बाद पुनः उसी हल्का मे पदस्थ किया गया जिसका हम समस्त ग्राम वासियो विरोध किया है। 15 जुलाई 2022 को आदेश के अनुसार पुत्री इन्दिरा मिनोचा का पदस्थापना ग्राम कुरूद पटवारी हल्का क्रमांक 50 में किया गया है। उसे निरस्त करते हुए समस्त ग्रामवासियो को राहत देने का आग्रह समस्त ग्राम वासियों के द्वारा कलेक्टर से किया गया है। अगर उक्त आदेश निरस्त नही होता तो समस्त ग्राम वासियों द्वारा उग्र कदम उठाते है तो शासन-प्रशासन जिम्मेदार रहेगा।