सहायक आयुक्त के घर ACB का छापा 🟥 शराब घोटाला केस में 9 सदस्यीय टीम ने दी दबिश 🟥 कुम्हारी केडिया डिस्टलरी में भी खंगाले जा रहे दस्तावेज

सहायक आयुक्त के घर ACB का छापा 🟥 शराब घोटाला केस में 9 सदस्यीय टीम ने दी दबिश 🟥 कुम्हारी केडिया डिस्टलरी में भी खंगाले जा रहे दस्तावेज



सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 26 फरवरी। छत्तीसगढ़ में ACB और EOW की टीम 6 हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले में छापेमारी कर रही है। आज कोरबा में आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त सौरभ बख्शी के घर पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने दबिश दी है। बताया जा रहा है कि आज तड़के दो वाहन में डीएसपी प्रमोद खेस के नेतृत्व में एसीबी की 9 सदस्यीय टीम सहायक आयुक्त सौरभ के घर पर पहुंची। जहां तमाम दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।


आपको बता दें कि आबकारी सहायक आयुक्त चर्चित अधिकारी हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम सहायक आयुक्त के बारे में और भी जानकारी एकत्र कर रही है। इसके आलावा उनके स्टाफ से भी पूछताछ की जा रही है। इससे पहले आबकारी गड़़बड़ी में ACB-EOW ने भाटिया डिस्टलरी, वेलकम डिस्टलरी, रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, IAS
निरंजन दास और कारोबारी अनवर ढेबर के 12 से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी है। अभी भी अरूणपति त्रिपाठी के सेक्टर-9 भिलाई, निरंजन दास के देवेंद्र नगर‌ रायपुर, सौरभ बख्शी तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी कोरबा, अनिल टुटेजा के कटोरा तालाब रायपुर, विवेक ढांढ।के पुराने PHQ के पास रायपुर, अशोक कुमार सिंह के अमलीडीह रायपुर, अनवर ढेबर- ढेबर प्लाजा, बैरन बाजार रायपुर, अरविंद सिंह‌के अवंति विहार रायपुर, राजेंद्र जायसवाल के अग्रसेन चौक तथा ग्राम छेरका बिलासपुर, मेसर्स विधु गुप्ता, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राम एण्ड सिक्युरिटी ग्रेटर नोएडा, भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया सारागांव, बिलासपुर, नवीन केडिया के इंडस्ट्रियल एरिया कुम्हारी, सिद्धार्थ सिंघानिया मेसर्स टॉप सिक्योरिटीज रायपुर सहित अन्य ठिकानों पर रविवार सुबह 6 बजे से कार्रवाई जारी है। ACB-EOW ने बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में रविवार सुबह 6 बजे दबिश दी है। दुर्ग के कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर भी जांच चल रही है। इन सभी के नाम ED की चार्ज शीट में भी हैं। EOW ने 2 दिन पहले ही कानूनी जानकारी के साथ FIR की गहन समीक्षा की थी। सूत्रों ने बताया है कि शराब केस में आरोपी बनाए गए पूर्व IAS अफसरों, कारोबारियों को पहले ही छापे की भनक लग चुकी थी। दो सप्ताह पहले ACB ने FIR दर्ज की थी। इसके बाद से ही आरोपी सर्तक हो चुके थे। इसके बाद विशेष अदालत में 24 फरवरी ACB ने वारंट की मांग की। हाईप्रोफाइल लोगों को इसकी भी खबर थी। सभी ठिकानों से एंटी करप्शन ब्यूरो को 100 से ज्यादा फाइल और डिजिटल डॉक्यूमेंट मिले हैं। एसीबी को उम्मीद है कि इन डॉक्यूमेंट में प्रकरण से जुड़े कुछ नये तथ्य हासिल हो सकते हैं। एसीबी की तरफ से आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि छापेमारी की कार्रवाई अभी जारी है। जांच पर कई अलग-अलग टीमों के लौटने के बाद यह साफ हो सकेगा की किसके ठिकाने से क्या मिला।
गौरतलब हो की‌ शराब और कोयला घोटाला मामले में ED ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों समेत 100 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री रहे अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल है। इनके अलावा 2 निलंबित IAS, रिटायर्ड IAS अफसर और कांग्रेस कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल समेत अन्य के नेताओं के नाम भी हैं। यह एफआईआई ACB में 17 जनवरी को कराई गई थी।