शिवनाथ नदी में वाहन डूबने की घटना को गुजरे 48 घंटे, एनडीआरएफ ने शुरू किया सर्च अभियान, डीप डाइवर 40 फीट गहरे पानी में लगा रहे गोता, एसपी ने बोट में सवार होकर किया मुआयना

शिवनाथ नदी में वाहन डूबने की घटना को गुजरे 48 घंटे, एनडीआरएफ ने शुरू किया सर्च अभियान, डीप डाइवर 40 फीट गहरे पानी में लगा रहे गोता, एसपी ने बोट में सवार होकर किया मुआयना


शिवनाथ नदी में वाहन डूबने की घटना को गुजरे 48 घंटे, एनडीआरएफ ने शुरू किया सर्च अभियान, डीप डाइवर 40 फीट गहरे पानी में लगा रहे गोता, एसपी ने बोट में सवार होकर किया मुआयना

दुर्ग 19 जुलाई। शिवनाथ नदी स्थित बंद पड़े छोटे पुल से बहने वाले चार पहिया वाहन के संबंध में 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी कोई जानकारी नहीं लग सकी है। एनडीआरएफ के द्वारा 0तलाशी अभियान का मोर्चा संभाल लिया गया है। एनडीआरएफ के नेतृत्व में सुबह 6:00 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। तेज बहाव एवं करीबन 40 फीट की गहराई ने एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीमों की मुश्किल बढ़ा दी है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव ने बताया कि 17 – 18 जुलाई की दरमियानी रात्रि 12:30 बजे के करीब शिवनाथ नदी के छोटे पुल को पार करते समय नदी में बहने वाले चार पहिया वाहन के संबंध में 48 घंटे गुजर जाने के बाद भी कोई जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है। आज नए सिरे से एनडीआरएफ की टीम के द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। दोपहर 1:00 बजे लगातार जारी तलाशी अभियान के बावजूद टीम को डूबे हुए वाहन के संबंध में कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है।

एनडीआरएफ ने 3 बोट के साथ शुरू किया तलाशी अभियान

एनडीआरएफ की टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर महावीर मोहंती ने सीजी न्यूज़ ऑनलाइन को बताया कि सुबह 6:00 बजे से एनडीआरएफ ने मौका स्थल पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया है। 22 सदस्य की टीम में डीप डाईवर एवं तीन बोट के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। लगातार एनडीआरएफ के जवान बोट के माध्यम से नदी में उतर कर सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम उन्हें सहयोग कर रही है। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के द्वारा संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। दोनों ही फोर्स को मिलाकर करीबन 50 लोगों के द्वारा यह ऑपरेशन में कार्य कर है।

डीप डाइवर का प्रयास जारी

श्री मोहंती ने बताया कि एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमों में शामिल डीप डाइवरो के द्वारा नदी के तेज बहाव होने के बावजूद 40 फीट से अधिक गहरे पानी में गोता लगाकर डूबे हुए वाहन को तलाश किया जा रहा है। साथ ही बोट के सहारे घटनास्थल के आसपास राशियों के माध्यम से खूब अंदर डालकर भी सर्च किया जा रहा है। ताकि इस घटना से संबंधित डूबा हुआ वाहन अथवा कोई बॉडी बाहर निकाली जा सके।

नदी के तेज बहाव एवं गहराई के कारण हो रही परेशानी

श्री मोहंती ने बताया कि एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के  जवानों को इस 36 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में शिवनाथ नदी के बढ़े हुए जल स्तर एवं तेज बहाव के कारण काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है । उन्होंने बताया कि करीबन 40 फीट से भी ज्यादा गहरे पानी मैं गोताखोरों को उतर कर इस कार्य को अंजाम देना पड़ रहा है। गहराई के साथ साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे जवानों को तेज बहाव के कारण भी अत्यधिक परेशानी हो रही है।

एक ही परिवार के तीन से चार सदस्यों के डूबने की संभावना ज्यादा – एसपी

पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव आज दोपहर 1:15 बजे के लगभग शिवनाथ नदी पहुंचे । उनके द्वारा सर्च अभियान के संबंध में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के टीम के साथ चर्चा की गई तथा अभियान में आ रही परेशानियों को समझा। इसके पश्चात पुलिस अधीक्षक स्वयं बोट में सवार हो गए। उसके बाद एनडीआरएफ टीम के जवानों के साथ उनके द्वारा नदी का मुआयना किया गया एवं घटना के संबंध में जानकारी ली।

इस संबंध में डॉक्टर पल्लव ने कहा कि इस घटना में किसी संयुक्त परिवार अथवा एक ही परिवार के 3 से 4 लोगों के डूबने की ज्यादा संभावना है। यदि अलग-अलग परिवार के लोग होते तो गुम इंसान या पुलिस से अन्य परिजनों के द्वारा जरूर संपर्क किया गया होता परंतु अभी तक ऐसा कोई भी परिवार सामने नहीं आया है । मल्टीपल थ्योरी पर काम चल रहा है एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टी में 48 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है मैग्नेट के द्वारा एवं जाल के माध्यम से तलाश जारी है डॉक्टर पल्लव न कहा कि आधे घंटे तक घटनास्थल का उनके द्वारा भ्रमण किया गया है एवं स्थिति को समझने का प्रयास किया है रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए वे स्वयं उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि मटमैला पानी होने के कारण कैमरे का इस्तेमाल करने में परेशानी हो रही है सर्च ऑपरेशन में लगी टीमों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है और जितनी जरूरत होगी ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे।