निजी महाविद्यालयों हेतु नैक मूल्यांकन संबंधी कार्यशाला 4 अक्टूबर को, 60 निजी महाविद्यालय के प्राचार्य एवं आइक्यूएसी प्रभारी आमंत्रित, डॉक्यूमेंट की तैयारी संबंधित मिलेगा मार्गदर्शन

<em>निजी महाविद्यालयों हेतु नैक मूल्यांकन संबंधी कार्यशाला 4 अक्टूबर को, 60 निजी महाविद्यालय के प्राचार्य एवं आइक्यूएसी प्रभारी आमंत्रित, डॉक्यूमेंट की तैयारी संबंधित मिलेगा मार्गदर्शन</em>


दुर्ग 26 सितंबर । हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग द्वारा निजी महाविद्यालयों हेतु नैक मूल्यांकन संबंधी कार्यशाला का आयोजन 04 अक्टूबर को प्रातः 11ः00 बजे सेंट थाॅमस काॅलेज, रूआबांधा भिलाई के सभागार में किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रषांत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 14 निजी महाविद्यालयों का नैक मूल्यांकन हो चुका है। जिनमें से 04 निजी महाविद्यालय श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, जुुनवानी, सेंट थाॅमस काॅलेज, समाधान काॅलेज, बेमेतरा तथा शैलदेवी महाविद्यालय, अण्डा को नैक मूल्यांकन के दौरान ’’ए’’ ग्रेड प्राप्त हुआ है। वहीं अन्य महाविद्यालयों में सांई काॅलेज, सेक्टर 06 , एम.जे काॅलेज, सेठ आर. सी. एस काॅलेज, स्वामी स्वरूपानंद महाविद्यालय, को बी डबल प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ है।

कार्यशाला के संयोजक, डीसीडीसी, डाॅ. प्रीता लाल ने बताया कि शासन द्वारा निजी महाविद्यालयों को भी नैक मूल्यांकन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी संदर्भ में विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले ऐसे लगभग 60 निजी महाविद्यालय जिनका नैक मूल्यांकन नहीं हुआ है उनके लिए मार्गदर्शन हेतु विश्वविद्यालय द्वारा यह एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जा रही है। कार्यशाला में सहभागिता हेतु प्रत्येक निजी महाविद्यालय से प्राचार्य एवं आईक्यूएसी समन्वयकों को आमंत्रित किया जायेगा। 04 अक्टूबर को प्रातः 11ः00 बजे आरंभ होने वाली इस कार्यशाला का उद्घाटन विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा करेंगी। 03 तकनीकी सत्रों में नैक विषेषज्ञ नैक मूल्यांकन के सभी 07 क्राइटेरिया से संबंधित जानकारी साझा करेंगे। शाम 3-5 बजे तक आयोजित होने वाले अंतिम सत्र में उपरोक्त चारों ’’ए’’ ग्रेड प्राप्त निजी महाविद्यालय के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे तथा अंत में ए प्लस ग्रेड प्राप्त शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय के प्रतिनिधि सभी प्रतिभागियों को मार्गदर्शन देंगे। इस कार्यशाला में उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।