भिलाई नगर 27 मई। स्मॉल फाईनेंस के माध्यम से लघु उधोग एवं व्यवसाय लगाने के नाम पर 20 लाख की धोखाधड़ी करने वाली महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
जिला पुलिस प्रवक्ता एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती पद्मश्री तवर ने बताया कि 23 मई को प्रार्थिया माया सोनी ने थाना सुपेला में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि मंजू सोनी कृष्णा नगर सुपेला जो मार्केटिंग का काम करती थी, इसके व्दारा पूर्व में शासन व्दारा महिलाओं को सशक्त करने एवं व्यवसायिक दक्षता एवं आत्म निर्भर बनने के लिए स्माल फाईनेंश बैंको के माध्यम से समुह लोन की योजना के अन्तर्गत आसान किस्तों स्माल फाईनेंश बैंक की योजना का लाभ उठाते हुए गरीब महिलाओं को प्रलोभन देकर उनके नाम पर पृथक-पृथक स्माल बैंको के नाम से अलग-अलग समुह बनाकर महिलाओं को ग्राम शक्ति बैंक, बंधन बैंक, सुर्योदय बैंक, आशीर्वाद बैंक, ईशाख बैंक, सुभ्रा बैंक, सत्सा बैंक से लोन पास करने के झांसे में लिया। अपने घर कृष्णा नगर सुपेला में बुलवाकर *महिलाओं के पूर्व से संचालित बैंक खाते में लोन की रकम आ जाने पर* उन्हीं महिलाओं को षड्यंत्र पूर्वक अन्य प्रलोभन देकर उनके खाते में आई लोन रकम में से लगभग 80 प्रतिशत रकम नगद में निकलवाकर अपने पास षड़यंत्र पुर्वक रख लेती थी।
उस किस्त में कुछ माह संयुक्त रूप से किस्त की अदायगी करती थी । लगभग छह से सात माह तक किस्त का भुगतान करवाती थी । उसी बीच में अन्य समुह बनवाकर यही प्रक्रिया को अपनाती थी । इस प्रकार लगातार महिलाओं के समुह से प्राप्त रकम का स्वयं उपयोग कर, किस्त का भुगतान न कर गरीब महिलाओं के साथ षडयंत्र पूर्वक लगभग 20,00,000 रूपये की धोखाधड़ी की है । रिपोर्ट पर थाना सुपेला में अपराध क 603/2025 धारा 318(4) बीएनएस कायम कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना करते हुए आरोपियां मंजू सोनी, कृष्णा नगर सुपेला थाना सुपेला को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर विभिन्न ग्रुप के माध्यम से अनेक महिलाओं के नाम अल्फा ग्रुप बनाकर लोन गृह उघोग एवं छोटे स्तर पर व्यवसाय चलाने के नाम पर रकम लेना जिससे एक स्कुटी सीजी सीएच 8547, कृष्णा नगर के घर का विक्रय सौदा कर अन्यत्र संम्पत्ति क्रय कर फरार होने की तैयारी में थी । आरोपीयां को न्यायालय दुर्ग में पेश किया गया है।
इस महत्वपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक विजय यादव, उनि मनीष वाजपेयी सउनि पुरण साहु, प्र.आर. शुबोध पण्डे महिला आरक्षक छमा बांधव अरक्षक सुर्यप्रताप, दुगेश सिंह का विशेष योगदान रहा।