सीजी न्यूज आनलाईन डेस्क, 26 नवंबर। वृद्ध महिला के बैंक अकाउंट से 9 लाख रुपए गायब होने का मामला सामने आया है। पीड़ित पेंशनर महिला के पास न तो एटीएम है और न ही वह नेट बैंकिंग का उपयोग करती हैं। बावजूद इसके उनके खाते से एटीएम और योनो नेट बैंकिंग के जरिए पैसे निकाल लिए गए हैं। उनकी जानकारी के बिना ही एफडी से पांच लाख 40 हजार रुपए का लोन भी ले लिया गया है। इस मामले में बैंक प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस की जांच के बाद से इसका राज खुलेगा। यह पूरा मामला बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
पुलिस के अनुसार सिविल लाइन क्षेत्र के तिलक नगर में रहने वाली कुसुम पवार (85 वर्ष) पेंशनर हैं। उनका अकाउंट एसबीआई के कलेक्ट्रेट शाखा में है जिसमें उनकी पेंशन की राशि जमा होती है। महिला बच्चों की फीस जमा करने के लिए पैसे निकालने बैंक पहुंची तब पता चला कि उनके खाते से 9 लाख रुपए निकल गए हैं। हैरान और परेशान महिला ने बैंक से डिटेल निकलवाया तो मालूम हुआ कि एटीएम कार्ड और योनो नेटबैंकिंग से पैसे निकाले गए हैं। हैरानी की बात है कि उन्होंने अपना एटीएम कार्ड ही नहीं बनवाया है और न ही योनो नेटबैंकिंग का उपयोग किया है। मामले की शिकायत पुलिस से करने के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
पीड़ित श्रीमती कुसुम पवार ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले उनका बैंक अकाउंट उनकी बेटी निशा पवार के मोबाइल नंबर से लिंक था। उनकी बेटी निशा की दो साल पहले मौत हो चुकी है। तब से उसका मोबाइल भी बंद है और अब वह नंबर उपयोग में नहीं है। महिला ने बैक से जानकारी ली, तब पता चला कि उनके बैंक अकाउंट में बीते 5 फरवरी को अंजान नंबर के माध्यम से एक रुपए जमा हुए थे। इसके बाद से उनके बैंक खाते से लगातार पैसे निकलते रहे। कुछ दिन पहले जब वह बैंक गईं, तब उन्हें इसकी जानकारी हुई। महिला ने बैंक में 6 लाख रुपए फिक्स डिपाजिट कराया था। जालसाजों ने उनके एफडी की रकम से 5 लाख 40 हजार रुपए का लोन भी ले लिया है, जिसकी उन्हें भनक तक नहीं है। ऐसे में इस मामले में बैंक प्रबंधन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है।
थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि जिस तरह से महिला के अकाउंट से पैसे पार हुए हैं, पूरे केस में उनके किसी करीबी का भी हाथ हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि महिला से धोखे से कागजात में हस्ताक्षर करा लिया गया हो और एटीएम और नेट बैंकिंग की सुविधा ले ली गई हो। हालांकि, यह सब बैंक प्रबंधन की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। ऐसे में पूरी जांच के बाद ही मामले का राज खुल सकेगा।
बगैर एटीएम और नेटबैंकिंग, खाते से पार हो गए 9 लाख, एफडी से बिना जानकारी 5 लाख 40 हजार निकल गया लोन, हैरान परेशान वृद्धा पहुंची थाना, जांच में जुटी पुलिस