पटना में ऐक्टिव PFI का क्या है, गजवा-ए-हिंद और कश्मीर कनेक्शन; पाकिस्तानी नंबर से चला रहा था व्हाट्सएप ग्रुप, पुलिस ने डिटेल में बताया
पटना में फुलवारी शरीफ इलाके से गिरफ्तार किए गए पीएफआई सदस्यों के बारे में ऐसी बातें पता चल रही हैं जो हैरान करने वाली हैं। राज्य की राजधानी में ये कश्मीर औऱ जिहाद को लेकर बड़ी साजिश कर रहे थे।
पटना के तंग इलाके फुलवारी शरीफ से पीएफआई के सदस्य देश के खिलाफ बड़ी साजिश कर रहे थे। बिहार की राजधानी से चल रहे इस आतंक के खेल से जुड़ी लगातार कई बड़ी बातें सामने आ रही हैं। अब पुलिस ने डीटेल में बताया है कि पटना में ऐक्टिव इस पीएफआई का गजवा-ए-हिंद और कश्मीर से भी कनेक्शन था। बीती रात पुलिस ने एक और आरोपी मारगुव अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया। वह 2006 से 2020 तक दुबई में काम कर चुका है।
पाकिस्तान के नंबर से बनाए थे वॉट्सऐप ग्रुप
पटना के एसएसपी एमएस ढिल्लन ने बताया, आरोपी के फोन नंबर की पूरी जांच करने के बाद पता चला कि वह देश विरोधी सामग्रियों को भेजा करता ता। वह गजवा-ए-हिंद नाम के वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ा हुआ था जहां देश विरोधी बातें हुआ करती थीं और जानकारियों साझा की जाती थीं। गिरफ्तार किए गए आरोपी के फोन में दो वॉट्सऐप ग्रुप थे जो कि पाकिस्तान के नंबर से बनाए गए थे। इसमें खाड़ी देशों के भी कई लोग जुड़े हुए थे। वहीं एक ग्रुप जनवरी में किसी बांग्लादेशी शख्स ने बनाया था। गिरफ्तार आरोपी को इन दोनों ग्रुप का ऐडमिन बनाया गया था।
कश्मीर में आतंक फैलाने की साजिश
एसएसपी ढिल्लन ने बताया कि इन दोनों ग्रुप पर देश विरोधी सामग्री भेजी जाती थी और आतंक का समर्थन करने वाली पोस्ट लिखकर लोगों को भड़काया जाता था। इसके टारगेट पर कश्मीर के युवा होते थे। ये 2023 में सीधा जिहाद करने की योजना बना रहे थे। फिलहाल वे बड़ी साजिश को लेकर तैयारियों में जुटे हुए थे।
बता दें कि खुफिया जानकारी के मुताबिक पुलिस ने फुलवारी शरीफ के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यालय पर छापा मारा था। पुलिस ने भंडाफोड़ किया कि यहां से युवाओं को आतंकी बनाने की साजिश चल रही थी। छापेमारी के दौरान ही दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें एक शख्स रिटायर्ड दारोगा था जिसका नाम मो. जलालुद्दीन था। इसके अलावा अतहर परवेज नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद हुए थे।
एसएसपी ने बताया था कि पीएफआई के दफ्तर में देश विरोधी अजेंडे को लेकर बैठकें होती थीं। विभिन्न माध्यमों से लोगों के मन में देश विरोधी गतिविधि करने की बातें भरी जाती थीं। यहां 6 और 7 जुलाई को प्रशिक्षण के लिए लोगों को बुलाया गया था। यहां आए लोगों को अपने-अपने इलाके में जाकर लोगों में धार्मिक उन्माद भरने का काम सौंपा गया था।