महंगाई भत्ता 6 फीसदी बढ़ाने पर असंतोष की लहर, 22 से राज्य कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर
00 फेडरेशन ने कहा-पहले ही बता चुके थे कि 12 प्रतिशत से कम कत्तई मंजूर नहीं
रायपुर, 16 अगस्त। राज्य कर्मचारियों के आंदोलन के बाद सरकार ने महंगाई भत्ता तो बढ़ा दिया है लेकिन यह वृद्धि लंबे समय से आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के गले नहीं उतर रही है नतीजतन 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा बाद यह समस्या छत्तीसगढ़ सरकार के लिए जस की तस परेशानी का सबब बनी हुई है।
गौरतलब हो कि आज वित्त विभाग ने 6 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का आदेश जारी भी कर दिया जिससे कुल महंगाई भत्ता 28 फीसदी हो जाएगा लेकिन कर्मचारी संगठन अभी भी 12 प्रतिशत भत्ता बढ़ाने की मांग पर अडा़ हुआ है।
विदित हो कि राज्य सरकार के आदेश के मुताबिक सातवें वेतनमान वाले कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 6 प्रतिशत की वृद्धि कर 28 फीसदी कर दिया गया है। वहीं छठवें वेतनमान वाले कर्मचारियों को 15 प्रतिशत वृद्धि का लाभ दिया जाना है। उनका मंहगाई भत्ता 189 प्रतिशत हो गया है। ये भत्ता एक अगस्त 2022 से नगद भुगतान किया जाना है और महंगाई भत्ते की गणना मूल वेतन से की जाएगी। मगर घोषणा पर असंतोष जाते हुए छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन अपनी मांग पर अड़ा हुआ है।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दो सचिवों की जो समिति बनाई थी, उनके साथ दो दौर की बातचीत हुई। वहां 12 प्रतिशत डीए पर सहमति बन गई थी। बात हुई थी कि संगठन को मुख्यमंत्री से मिलाया जाएगा। इस बीच हड़ताल में शामिल नहीं रहे कुछ संगठनों के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री से मिलाकर 6 प्रतिशत पर सहमति बना ली गई, जो गलत है। उन्होंने बताया कि बाद में हम लोगों को भी बुलाया गया था लेकिन हमने 6 प्रतिशत को नामंजूर कर दिया था। बावजूद इसके एक बार फिर हमें 6 फीसदी का लालीपाप दिया जा रहा, हम इसे नकारते हुए 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि फेडरेशन में शामिल कर्मचारी संगठनों ने पहले ही अपना रुख साफ कर दिया है कि हमें 12 प्रतिशत से कम मंजूर नहीं है और वह भी देय तिथि से दिया जाना चाहिए। सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी ऐसे में सभी कर्मचारी 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।