गरबा उत्सव के दौरान कल्याण महाविद्यालय में दो छात्र गुटों में मारपीट

गरबा उत्सव के दौरान कल्याण महाविद्यालय में दो छात्र गुटों में मारपीट


भिलाईनगर, 28 सितंबर। दुर्ग जिले में गरबा उत्सव के दौरान विवाद खड़ा हो गया। भिलाई के कल्याण महाविद्यालय सेक्टर-7 में शनिवार को आयोजित गरबा महोत्सव में दो छात्रों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट तक जा पहुंचा। एक छात्र ने आयोजन समिति से जुड़े छात्र पर हमला कर उसका सिर फोड़ दिया। घटना के बाद कॉलेज परिसर में अफरा-तफरी मच गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस की मौजूदगी से स्थिति काबू में आई और आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया गया।

तिलक लगाने से मना करने पर बढ़ा

विवाद जानकारी के अनुसार, आयोजन स्थल पर ABVP और बजरंग दल से जुड़े छात्रों ने सभी का स्वागत तिलक लगाकर और गंगाजल छिड़ककर किया। इसी दौरान एक मुस्लिम छात्र ने तिलक लगाने से इनकार कर दिया। आयोजकों ने उसे गरबा ग्राउंड में प्रवेश करने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया। बाद में मौका देखकर आरोपी छात्र ने आयोजक नागेश्वर यादव के सिर पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने तुरंत संभाली स्थिति दरअसल, कॉलेज प्राचार्य को पहले ही आशंका थी कि आयोजन के दौरान विवाद हो सकता है। इस कारण उन्होंने भिलाई नगर पुलिस को पहले ही सूचना दे दी थी।

पुलिस बल पहले से ही कॉलेज में मौजूद था। घटना होते ही पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर स्थिति को बिगड़ने से बचाया। घायल छात्र को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और FIR दर्ज की गई।

तीन दिन से चल रहा था तनाव

सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद अचानक नहीं हुआ बल्कि पिछले तीन दिनों से गरबा आयोजन को लेकर कॉलेज में माहौल गरमाया हुआ था। आयोजन की अनुमति लेने छात्र यूनियन प्राचार्य से मिलने गई थी, लेकिन आरोपी मुस्लिम छात्र ने इसका विरोध किया था। इसी तनाव का परिणाम गरबा के दिन हिंसक झड़प के रूप में सामने आया। आरोपी के समर्थन में उतरी NSUI इस घटना ने कॉलेज परिसर में राजनीतिक रंग भी ले लिया है।

आरोपी छात्र के समर्थन मेंNSUI के पदाधिकारी पहुंच गए। एनएसयूआई छात्र नेताओं का कहना है कि दो छात्रों के बीच की सामान्य लड़ाई को जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम विवाद का रूप दिया जा रहा है। उनका आरोप है कि घायल छात्र नागेश्वर यादव कई दिनों से आरोपी छात्र को जाति और धर्म को लेकर उकसा रहा था।

NSUI के प्रदेश महासचिव आकाश कन्नौजे ने कहा कि, “यह महज दो छात्रों की व्यक्तिगत लड़ाई है, इसमें धर्म को घसीटना गलत है। आरोपी छात्र का करियर बर्बाद करने के लिए झूठी FIR दर्ज कराई गई है।” पुलिस का आधिकारिक बयान सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि, “प्राचार्य ने पहले ही सूचना दी थी कि आयोजन में विवाद की संभावना है। इसलिए पुलिस बल पहले से ही वहां मौजूद था। घटना के दौरान पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर माहौल बिगड़ने नहीं दिया। आरोपी छात्र को हिरासत में लेकर मामले की जांच की जा रही है।” घायल छात्र नागेश्वर यादव ने आरोप लगाया कि, “यहां हर साल गरबा होता है और सभी से अनुरोध किया जाता है कि इस आयोजन की गरिमा बनाए रखें। आरोपी छात्र पहले से ही विवाद कर रहा था और जबरन आयोजन को रोकने की कोशिश कर रहा था। उसने मुझे अकेला पाकर हमला किया।”