सऊदी अरब के रेगिस्तानी तूफान में फंसकर भिलाई के इंजीनियर सहित दो की मौत, पैतृक गांव करीमनगर में किया अंतिम संस्कार

सऊदी अरब के रेगिस्तानी तूफान में फंसकर भिलाई के इंजीनियर सहित दो की मौत, पैतृक गांव करीमनगर में किया अंतिम संस्कार


भिलाईनगर 15 सितंबर। सऊदी अरब में काम कर रहे भिलाई सेक्टर-7 निवासी डिप्लोमा इंजीनियर शहजाद खान (29 वर्ष) की रेगिस्तान में भटक कर मौत हो गई। चार दिन बाद उसके शव को सऊदी पुलिस ने खोजकर निकाला। उसके साथ उसका एक सहकर्मी भी था। उसकी भी मौत हो गई। इसके बाद उनके शव को हैदराबाद भेजा गया। परिजनों ने शुक्रवार को उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया।
शहजाद के चाचा अमान उल्ला ने बताया कि शहजाद सात वर्ष से सऊदी अरब में अल हुफुफ में एक टेली-कम्युनिकेशन कंपनी में सर्वेयर की जॉब कर रहा था। नौकरी के दौरान वह दमाम में रहता था। कंपनी ने उसे और सुडान के रहने वाले उसके सहकर्मी को सर्वे के लिए रेगिस्तान की तरफ भेजा था। दोनों 19 अगस्त को अपनी गाड़ी से सुडान के रास्ते निकलते थे। रास्ते में अचानक उनकी गाड़ी का जीपीएस सिग्नल फेल हो गया और उनकी गाड़ी रेगिस्तान में फंस गई। इसी दौरान रेगिस्तान का तूफान आने से वो लोग रास्ता भटक गए। परिजनों ने बताया कि 4 सिंतबर को उनके पास सऊदी से शहजाद की मौत की सूचना मिली। 5 सितंबर को उसका शव भारत भेजा गया। शहजाद के परिजन उसके शव को हैदराबाद एयरपोर्ट से पास के पैतृक गांव करीमनगर लेकर गए। वहां उसका अंतिम संस्कार किया गया। पिता के गुजरने के बाद उसके ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। परंतु इस हादसे के बाद पूरा परिवार मुश्किल में आ चुका है।