🔴7 साल बाद शिकायत पर रिलायबल एजुकेशन सेंटर सुपेला के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज
भिलाई नगर 09 अक्टूबर। स्मृति नगर भिलाई निवासी युवक के साथ डी फार्मेसी की डिग्री दिलाने के नाम पर करीब 4.80 लाख रुपए लेकर फर्जी मार्कशीट दी गई। युवक की शिकायत पर सुपेला पुलिस द्वारा फ्रांसिस कुमार संचालक रिलायबल एजुकेशन सेंटर के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
नितेश कुमार राजपूत पिता विजय कुमार राजपूत 37 वर्ष बारहवी (बायो.) की शिक्षा प्राप्त किया है। विगत 12-13 वर्षों से स्मृति नगर, भिलाई में रहकर प्राईवेट कार्य करता है। नितेश कुमार के बड़े भाई राकेश सिंह राजपूत, डी. फार्मेसी करने की इच्छा रखते थे, फन्सिस कुमार रिलायबल एजुकेशन सेंटर उत्तर गंगोत्री सुपेला नाम से संस्था संचालित कर दूरस्थ शिक्षा एवं अन्य माध्यम से, विभिन्न विषयों में कोर्स करवाने का दावा करता था।
नितेश को विश्व विश्वास दिलाया कि उसके द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाकर डी. फार्मेसी करवा दिया जायेगा, फ्रांसिस के आश्वासन पर नितेश ने दो लोगों के प्रवेश हेतु 15 जून 2018 को 1,20,000/-रु. प्रथम किस्त के रूप में प्रदान किया गया था। फ्रांसिस के द्वारा प्रवेश पश्चात अल्टरनेट क्लास के माध्यम से पढ़ाई करवाये जाने के बात कही गई थी, कुछ दिन बाद अनावेदक के द्वारा हमे डी. फार्मेसी में प्रवेश हो जाने संबंधी जानकारी दी गई. पश्चात अल्टरनेट क्लास के माध्यम से पढ़ाने के नाम पर हमसे दो लोगों की स्टडी शुल्क के नाम से 1,20,000 रु. और प्राप्त किया गया तथा कुछ दिन बाद नितेश द्वारा अल्टरनेट क्लास लगने के संबंध में पूछताछ की गई।
फ्रांसिस द्वारा स्टडी सेंटर एवं शिक्षकों की शीघ्र व्यवस्था होने पर जल्द ही क्लास लगवाने का विश्वास दिलाया गया, परंतु कभी-भी अल्टरनेट क्लास नहीं लगवाया गया, जिसके बाद अनावेदक के द्वारा द्वितीय वर्ष का प्रवेश शुल्क एवं कम्प्लीट परीक्षा शुल्क के नाम पर 1,20,000/-रु.1,20,000/-नगद दो किस्तों की राशी में प्राप्त किया गया, इस तरह अनावेदक के द्वारा हमसे कुल 4,80,000/-रु. प्राप्त किया गया है, जिसमें से 25,000/-रु. 25,000/-रू इस तरह कुल 50,000/-रू विश्वविद्यालयीन धरोहर राशी, फ्रांसिस के बताये अनुसार परीक्षा के बाद वापसी योग्य था, जिसे वह बाद में वापस भी प्रदान कर दिया था।
पुनः अल्टरनेट क्लास लगने के बारे में पूछने पर फ्रांसिस के द्वारा पुस्तक उपलब्ध करवाने पर सीधे दो वर्षों की परीक्षा एक साथ देने की बात कही गई. परंतु वर्ष 2020 में फ्रांसिस के द्वारा संपर्क कर, छत्रपति शाहु जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर से जारी डी. फार्मेसी की विभिन्न समय वर्ष के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर की मार्कशीट प्रदान कर दी गई, और बड़े भाई के लिये बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी, उ.प्र. से जारी मार्कशीट की फोटो वाट्सएप किया गया तथा उक्त मार्कशीट विश्वविद्यालय से भिजवा दिया गया है।
दोनो विश्वविद्यालय के बारे पता करने पर मार्कशीट फर्जी निकला। शिकायत पर फ्रांसिस के द्वारा विश्वास दिलाया गया की दोनों विश्वविद्यालय मान्यता प्राप्त है। बड़े भाई राकेश सिंह राजपूत के नाम से छ.ग. स्टेट फार्मेसी कॉसलिंग से जारी 500/-रू, 500/-रू, क्रमशः दिनांक 13.01.2020 एवं दिनांक 20.10.2020 की दो मार्कशीट वेरीफिकेशन रसीद व्हाट्सएप के माध्यन से प्रदान की गई। पुलिस में शिकायत करने की बात कही गई, तो अनावेदक के द्वारा 30,000/-रु. मार्च 2021 में विभिन्न किश्तों में प्रदान कर, शेष पैसे को लौटा देने का आश्वासन देकर पुलिस में शिकायत नहीं करने की प्रार्थना की गई तथा शेष राशी को वापस प्रदान करने के लिये अपने केनरा बैंक के खाता से 4,00,000-/रु. का चेक , 12 जुलाई 2021 को प्रदान किया गया, जो बैंक में लगाने पर अनादरित हो गया है।
नितेश कुमार की शिकायत पर से सुपेला पुलिस के द्वारा आरोपी फ्रेंन्सिस कुमार रिलायबल एजुकेशन सेंटर के खिलाफ भा.द.स. की पारा 420, 467, 468 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।