NIT रायपुर के तीन छात्रों ने इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस में रिसर्च पेपर किए प्रस्तुत

NIT रायपुर के तीन छात्रों ने इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस में रिसर्च पेपर किए प्रस्तुत


सीजी न्यूज ऑनलाइन 18 अप्रैल । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर के आर्किटेक्चर और प्लानिंग विभाग के तीन छात्रों ने हैदराबाद में आयोजित ‘इनोवेशन इन बिल्ट एनवायरनमेंट’ विषय पर इंडियन बिल्डिंग कांग्रेस के मिड टर्म सेशन और राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने शोध पत्र सफलतापूर्वक प्रस्तुत किए। ये प्रस्तुतियाँ प्रोफेसर डॉ. देबाशीष सान्याल के मार्गदर्शन में की गईं।

सृष्टि तोकदार, दसवें सेमेस्टर की बी.आर्क छात्रा और भिलाई निवासी, ने अपना शोध ‘मास हाउसिंग री-इमैजिन्ड: हार्नेसिंग टेक्नोलॉजी फॉर एफिशिएंट सॉल्यूशंस’ शीर्षक से प्रस्तुत किया। उनके शोध में बताया गया कि कैसे आधुनिक तकनीकों के उपयोग से मास हाउसिंग की परिकल्पना और कार्यान्वयन को पूरी तरह बदला जा सकता है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के उपयोग से डिज़ाइन की सटीकता बढ़ाने, निर्माण में होने वाली त्रुटियों को कम करने और संसाधनों के कुशल प्रबंधन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि रोबोटिक कंस्ट्रक्शन से निर्माण प्रक्रियाएं तेज़, सुरक्षित और प्रभावी बन सकती हैं। इसके साथ ही 3डी प्रिंटिंग द्वारा कस्टमाइजेबल और कम अपशिष्ट वाले घरों का निर्माण किया जा सकता है। सृष्टि ने BIM (बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग), प्रीफैब्रिकेशन और IoT आधारित ऊर्जा प्रणालियों की मदद से स्मार्ट, टिकाऊ और भविष्य के अनुरूप मास हाउसिंग मॉडल विकसित करने की दिशा में अपने विचार रखे।

सिमरन शेख, दसवें सेमेस्टर की बी.आर्क छात्रा, ने अपना शोध ‘डिप्लॉयेबल शेल्टर्स ऐज अ स्केलेबल सॉल्यूशन फॉर पोस्ट-डिजास्टर मास हाउसिंग’ पर प्रस्तुत किया। उन्होंने आपदाओं के बाद तुरंत उपयोग में आने वाले हल्के, फोल्डेबल और मॉड्यूलर शेल्टर्स का प्रस्ताव दिया, जिन्हें आसानी से ट्रांसपोर्ट कर तेजी से असेंबल किया जा सकता है। उनके डिज़ाइन में ओरिगामी से प्रेरित फोल्डिंग मैकेनिज़्म का प्रयोग किया गया है।

अलंकार झारिया, पीएचडी शोधार्थी, ने ‘बिल्ट एनवायरनमेंट में सांस्कृतिक स्थिरता: मंडला (म.प्र.) के गोंड घरों से प्राप्त पाठ’ विषय पर अपने शोध पत्र की प्रस्तुति दी। उनके अध्ययन में पारंपरिक तकनीकों और स्थानीय सामग्रियों के माध्यम से आधुनिक टिकाऊ आवास निर्माण की संभावनाओं का विश्लेषण किया गया।