सीजी न्यूज ऑनलाइन, 19 सितंबर। भ्रष्टाचार के अलग-अलग मामलों में जांच एजेंसियों ने तीन पूर्व आईएएस अफसरों को गिरफ्तार किया है। अब तक सात पूर्व और वर्तमान आईएएस अफसर जांच एजेंसियों के हत्थे चढ़ गए हैं।
नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला प्रकरण में पूर्व प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, पीएससी घोटाला प्रकरण में पूर्व सचिव जेके ध्रुव, और आबकारी घोटाला प्रकरण में पूर्व आबकारी सचिव निरंजन दास को गिरफ्तार किया है। इन सभी की गिरफ्तारी गुरुवार को हुई थी, और आज उन्हें अदालत में पेश किया गया।
पीएससी घोटाला प्रकरण में आईएएस के वर्ष-2011 बैच के अफसर जीवन किशोर ध्रुव को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है। ध्रुव के साथ उनके पुत्र सुमित को भी गिरफ्तार किया गया है। सुमित ध्रुव का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ था। ध्रुव पीएससी के सचिव थे, और सीबीआई ने घोटाले में उनकी संलिप्तता के पुख्ता साक्ष्य जुटाए हैं।
केन्द्रीय जांच एजेंसियों से परे ईओडब्ल्यू-एसीबी ने पूर्व आबकारी सचिव निरंजन दास को भी गिरफ्तार किया है। निरंजन दास वर्ष-2003 बैच के आईएएस हैं, और दो साल पहले ही रिटायर हुए हैं। उन पर करीब 33 सौ करोड़ के आबकारी घोटाले में संलिप्तता के आरोप हैं। अब तक आधा दर्जन आईएएस अफसरों के खिलाफ जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की है। इनमें से पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, अनिल टुटेजा जेल में हैं। जबकि मौजूदा आईएएस रानू साहू, और समीर विश्नोई जमानत फिलहाल बाहर हैं। दोनों ही कोल घोटाले में फंसे हैं।


