पेट्रोल लेकर आत्मदाह करने मुख्यमंत्री निवास पहुंचा युवक, चाकू से हमले की रिपोर्ट मारपीट में दर्ज करने से था दुःखी
रायपुर, 16 फरवरी। सिविल लाइंस इलाके में देर रात अफरा-तफरी मच गई क्योंकि यहाँ एक युवक मुख्यमंत्री निवास को जाने वाली सड़क पर जलकर मरने आमादा था। उसके हाथ में पेट्रोल की बाटल थी और वह चीख चीख के कह रहा था कि आत्मदाह करूंगा तब रायपुर पुलिस को तब पता चलेगा। शोर सुनकर मुख्यमंत्री निवास के सामने तैनात सुरक्षा में रहने वाले पुलिसकर्मी भागकर उसकी तरफ गए। पुलिस वालों को देखकर युवक भागने कीे कोशिश में था मगर उसे दबोच लिया गया। फौरन एक पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची। पुलिस की गाड़ी में बैठाकर युवक को थाने लाया गया। पुलिस ने यहां उसे शांत किया फिर उसने अपना नाम सुमित माटा बताया और कहा कि उससे जुड़े एक मामले में राजेंद्र नगर थाने की पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही इसलिए उसने परेशान होकर जान देने की सोची है। पुलिस ने युवक के घर वालों को खबर दी। रात को उसे थाने में ही काफी देर तक बिठाए रखा।
जानकारी मिली है कि दो दिन पहले सुमित राजेंद्र नगर थाना पहुंचा था। यहां उसने अपने साथ हुई वारदात की शिकायत की। अपनी शिकायत में सुमित ने बताया है कि महावीर नगर शुभम विहार का वह रहने वाला है।14 फरवरी की शाम करीब 5:30 बजे महावीर नगर साईं मंदिर के पास अपने दोस्त श्रेयांश के साथ ठेले में मोमोस खा रहा था। तभी वहां पर ब्रेजा कार आकर रुकी, जिसमें से कृष्णा लखवानी और उसके साथी विक्का सिधु, सहेज जीवान, विशाल लखवानी उतरे। कृष्णा लखवानी ने सुमित को गालियां दीं। कृष्णा का भाई सोहन हमारे साथ घूमता है, ये उसे पसंद नहीं इसलिए वो कहने लगा कि उसका साथ छोड़ दो। इतना कहकर उन सभी ने सुमित को पीटा। विशाल लखवानी ने श्रेयांश को कोई नुकीले चीज से मारा जिसे उसके पीठ में खून निकलने लगा। श्रेयांश वहां से भाग गया। मारपीट के बाद कृष्णा लखवानी ने सुमित को कार में बैठाकर, टिकरापारा लेकर गया और वहां भी उसे पीटा। सुमित ने अपने पिता राजेश माटा को फोन कर मदद मांगी तब लड़कों ने उसे छोड़ा। अब सुमित इस बात से परेशान है कि पुलिस ने हत्या का प्रयास, चाकू से हमला और अपहरण कर ले जाकर पीटने की वजह से गंभीर धाराओं में युवकों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। पता लगा है कि पुलिस अधिकारी मामले को संज्ञान में ले अब कार्रवाई की बात कह रहे हैं।