पैसा फ्री का था जो खा के बैठ गया…क्रेडिट कार्ड एग्जीक्यूटिव का कस्टमर को मैसेज

पैसा फ्री का था जो खा के बैठ गया…क्रेडिट कार्ड एग्जीक्यूटिव का कस्टमर को मैसेज


🛑 इस अजीबो-गरीब मैसेज का स्क्रीन शॉट वायरल, एक मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा


सीजी न्यूज ऑनलाइन 22 फरवरी । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) क्रेडिट कार्ड एग्जीक्यूटिव कार्ड का बिल न भरने पर कस्टमर को अजीबो-गरीब मैसेज भेजा है. बैंक का ये मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस मैसेज को अब तक एक मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा है.

आज के समय में क्रेडिट कार्ड का उपयोग काफी बढ़ गया है. यह छोटे और बड़े दोनों शहरों में लोकप्रिय हो गया है. एक समय था जब लोग नकद पैसा साथ लेकर चलते थे, लेकिन अब डिजिटल युग में लोग क्रेडिट कार्ड को ज्यादा तरजीह देते हैं. क्रेडिट कार्ड के माध्यम से खरीदारी करना बहुत सुविधाजनक है.आपको नकद पैसे गिनने और संभालने की जरुरत नहीं है. बस एक स्वाइप और हो गया पेमेंट. वहीं, कई बार पेमेंट न करने या लेट से पेमेंट करने पर बैंक की तरफ से बार-बार कॉल आते हैं, जिससे कस्टमर को काफी परेशानी होती है. अभी हाल ही में रतन ढिल्लों नाम के एक कस्टमर को क्रेडिट कार्ड का पेमेंट न करने पर एसबीआई की तरफ से अजीबो-गरीब मैसेज भेजा गया. एसबीआई का ये मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसे अब तक 1 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

क्या है मामला?


एक्स पर रतन ढिल्लों नाम के एक ग्राहक ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के क्रेडिट कार्ड एग्जीक्यूटिव द्वारा बकाया राशि को लेकर भेजे गए एक अपमानजनक मैसेज को लेकर नाराजगी जताई है. एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी पोस्ट में, रतन ढिल्लों ने इस मैसेज का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है और अपनी नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने आगे कहा कि वह एक आधिकारिक SBI प्रतिनिधि की तरफ से ऐसे भेजे गए मैसेज से मैं सॉक्ड हैं.

बैंक को मांगनी होगी माफी


ढिल्लों ने अपनी पोस्ट में कहा-“क्या आप यकीन कर सकते हैं कि यह किसी धोखाधड़ी का संदेश नहीं है? हां, यह SBI का एक आधिकारिक संदेश है! इस तरह का संदेश भेजने की हिम्मत अविश्वसनीय है. कस्टमर ने जब अपना अकाउंट चेक किया तो सिर्फ 2-3 हजार का क्रेडिट कार्ड अमाउंट बकाया है. इसके बाद उन्होंने सभी डिटेल सही से चेक किया तो पता लगा कि वे मैसेज वास्तव में SBI की ओर से भेजा गया मैसेज था. इसपर उन्होंने कहा कि इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और बैंक को मुझसे माफी मांगनी होगी.”