*पढऩे के शौक ने बनाया डॉक्टर, खुद पर था पूरा भरोसा इसलिए कभी नहीं मानी हार, ड्रॉप इयर में निराश होने की बजाय खुद को दिया चैलेंज, रात में लेता था छह घंटे की भरपूर नींद*

*पढऩे के शौक ने बनाया डॉक्टर, खुद पर था पूरा भरोसा इसलिए कभी नहीं मानी हार, ड्रॉप इयर में निराश होने की बजाय खुद को दिया चैलेंज, रात में लेता था छह घंटे की भरपूर नींद*