भिलाई नगर, 2 सितंबर। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण सदस्य, छग महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव, अनुसूचित जाति कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष, हिन्द सेना महिला ब्रिगेड राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गुजरात विस चुनाव अहमदाबाद लोकसभा की मुख्य पर्यवेक्षक रत्नावली कौशल नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा अनूसूचित जनजातियों के खिलाफ अंग्रेजों के बनाए अधिनियम की अधिसूचना को रद्द किए जाने की 70वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं।
अजा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय विमुक्त घुमंतु एवं अर्ध घुमंतु जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष बालकृष्ण सिद्राम रेनके, प्रसिद्ध विचारक एवं सामाजिक सांस्कृतिक कार्यकर्ता पद्मश्री प्रो. गणेश देवी, अल्पसंख्यक विभाग अभा कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय समन्वयक के राजू, पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता केंद्रीय मंत्री सुश्री शैलजा कुमारी विशिष्ट अतिथि थीं। अपराधिक अनुसूचित जनजाति अधिनियम के समाप्ति दिवस एवं स्वाभिमान समारोह को देश भर से पहुंचे विद्वानों, अनुसूचित जनजाति वर्ग के उत्थान के लिए कार्यरत विभूतियों एवं अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने संबोधित किया। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण सदस्य रत्नावली कौशल ने कहा कि राजेश लिठोलिया ने अभा कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व संभालने के बाद समाज के दबे कुचले लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कामयाब पहल की है, उनकी उत्कृष्ट पहल के चलते अब कांग्रेस से विमुख होते जा रहे अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोग फिर से कांग्रेस से जुड़ने लगे हैं। इन वर्गों के लोगों में नए विश्वास एवं ऊर्जा का संचार हुआ है।
सुश्री कौशल ने भरोसा जताया कि श्री लिलोठिया द्वारा की जा रही पहल कांग्रेस पार्टी के लिए निश्चित रूप से लाभदायी साबित होगी और केंद्र की सत्ता में कांग्रेस पुनः परचम लहराएगी। घुमंतू, अर्ध घुमंतू जनजातियों पर जो कलंक अंग्रेज सरकार ने लगा रखा था उसे मिटाने का ऐतिहासिक काम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने किया था। इन जनजातियों को स्वाभिमान के साथ जीने की राह उन्होंने दिखाई, आदिम जनजाति के लोग शुरू से ही जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे हैं, अंग्रेज शासन काल में कांग्रेस अधिकारी एवं सैनिक वनों का विनाश एवं वन्य प्राणियों के शिकार के लिए तत्पर रहते थे। आदिम जनजाति वर्ग के लोग उनकी इन करतूतों का पुरजोर विरोध किया करते थे। आपात परिस्थितियों में इस वर्ग के लोग अंग्रेजों के खिलाफ हथियार उठाने से भी नहीं चूकते थे, ऐसे में अंग्रेजी हुकूमत ने आदिम जनजातियों के दमन के लिए उन्हें अपराधी चरित्र का घोषित करने अपराधिक जनजाति अधिनियम एक अधिसूचना के माध्यम से लागू किया था। जवाहरलाल नेहरू ने इस काले कानून को रद्द कर दिया, इसी के साथ अंग्रेजों द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोगों पर अंग्रेजों द्वारा सौंपा गया बदनुमा कलंक हमेशा हमेशा के लिए मिट गया। कांग्रेस अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के लोगों के सम्मान एवं कल्याण के लिए ठोस कदम उठा रही है, पार्टी में इन वर्गों के लोगों को सम्मानजनक स्थान दिया गया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलों देवी नेताम द्वारा अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के हित में की जा रही पहल का उल्लेख करते हुए रत्नावली ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी सरकार में अजा, अजजा वर्ग को सम्मानजनक प्रतिनिधित्व दिया है। भूपेश बघेल कैबिनेट में आधे से भी ज्यादा मंत्री इन वर्गों से हैं।
अभिशाप से मुक्ति दिलाने वाली कांग्रेस घुमंतू जनजातियों के उत्थान में रही लगातार प्रयत्नशील – रत्नावली