मुख्यमंत्री ने गौरा-गौरी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि के लिए की कामना, हाथों में सहा सोंटे का प्रहार, देखें वीडियो

मुख्यमंत्री ने गौरा-गौरी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि के लिए की कामना, हाथों में सहा सोंटे का प्रहार, देखें वीडियो


गड़वा बाजा की सुमधुर ध्वनि में लोकजीवन का अपूर्व उत्साह छलका जजंगिरी और कुम्हारी में

भिलाई नगर, 25 अक्टूबर । हमेशा की तरह परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज पाटन ब्लाक के ग्राम जजंगिरी और कुम्हारी पहुंचकर गौरा गौरी की पूजा पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। इस मौके पर बीरेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री बघेल के हाथों पर परंपरा अनुसार सोंटे से प्रहार किया। लोक मान्यता है कि गौरा गौरी पूजा के मौके पर सोंटे से प्रहार से अनिष्ट टलते हैं और खुशहाली आती है।

भगवान श्री के सोटे से होती है व्याधि की समाप्ति

मुख्यमंत्री प्रदेश की खुशहाली की कामना के लिए हर साल इस लोक अनुष्ठान में हिस्सा लेते हैं। जजंगिरी पहुंचकर मुख्यमंत्री ने लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति एवं परंपरा है उसी के साथ त्यौहार मनाते हैं अच्छा अनुभव है सभी के साथ मिलकर अपनापन लगता है सोटा खाने की मान्यता पर कहा कि भगवान श्री के सोटा लेते हैं उससे सारे व्याधि दूर होते हैं । उन्होंने कहा कि दीप पर्व आप लोगों के जीवन को इसी तरह जगमग करता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर बार आप लोगों के बीच आकर बहुत खुशी महसूस होती है और दिवाली का आनंद आप लोगों के साथ साझा कर मन हर्षित हो जाता है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल इसके बाद कुम्हारी में भी गौरा गौरी पूजा में शामिल हुए। यहां पर भी मुख्यमंत्री ने लोगों को दिवाली की बधाई देते हुए उनके सुख समृद्धि की कामना की।


उन्होंने कहा कि दीपावली के मौके पर लोक परंपरा का आनंद लेना बहुत सुख देता है। आप लोगों के बीच हर बार आता हूं मुझे बहुत खुशी होती है।


मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गौरा गौरी की पूजा के साथ नगर भ्रमण भी किया। इस मौके पर वे शहरवासियों से मिले। सभी ने उनका गर्मजोशी से आत्मीय स्वागत किया।
गड़वा बाजा की सुमधुर ध्वनि के साथ अभूतपूर्व दृश्य कुम्हारी नगर में दिखा। लोकपर्व के अपूर्व उत्साह में पूरा शहर मुख्यमंत्री के साथ सरोबार दिखा। सारा शहर गलियों में उमड़ आया। उत्साह से भरे चेहरे, नृत्य करते लोग। दीपावली का लोक जीवन का अपूर्व आनंद, जिसने भी यह दृश्य देखा अभिभूत हो गया।