बांगडा चिटफंड कंपनी का फरार डायरेक्टर गिरफतार, तीन सालो से था फरार, 45 निवेशको से डायरेक्टरो ने की थी 4 करोड़ की ठगी

बांगडा चिटफंड कंपनी का फरार डायरेक्टर गिरफतार, तीन सालो से था फरार, 45 निवेशको से डायरेक्टरो ने की थी  4 करोड़ की ठगी


बांगडा चिटफंड कंपनी का फरार डायरेक्टर गिरफतार, तीन सालो से था फरार, 45 निवेशको से डायरेक्टरो ने की थी  4 करोड़ की ठगी

भिलाई नगर 6 अगस्त । 3 वर्षो से फरार बांगडा चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर को सुपेला पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है आरोपी से दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं आरोपी के द्वारा 45 निवेशकों के करीब 4 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी।

 चिटफंड कंपनियों के फरार आरोपियों के धरपकड एवं पीडित पक्ष को निवेशित राशि दिलाने की दिशा में चलाये जा रहे अभियान के तहत थाना सुपेला के अपराध कमांक 976/19 धारा 420 409 120बी 34 भादवि. 3, 4, 5. 6 चिटफंड अधि0 एवं छ0ग0नि0 का सरंक्षण अधिo की धारा 10 के मामले में बांगडा रियल इंफा लिमि0 कार्यालय आकाश गंगा सुपेला के डायरेक्टर विकास देवान, कवल राम देवांगन की गिरफतारी वर्ष 2019 में की गई थी, जो वर्तमान में जेल में है। कंपनी का तीसरा डायरेक्टर रितेश कुमार देवांगन लगातार फरार चल रहा था।

जिसकी तलाश सुपेला पुलिस के द्वारा लगातार किया जा रहा था। उसके संबंध में मुखबीर सूचना प्राप्त होने पर धनौरा रोड रिसाली थाना नेवई से गिरफतार किया गया है। वर्ष 2013 में तीनो आरोपियों ने मिलकर बांगडा रियल इंफा लिमि0 नाम का एक कंपनी खोला था जिसका कार्यालय आकाश गंगा सुपेला में था। शुरूआत में ही इस कंपनी के कर्ताधताओ ने बड़े पैमाने में अपनी योजनाओ का प्रचार प्रसार किया निवेशकों को प्रलोभन दिया गया कि कंपनी आपको 5 साल में रकम दुगुना कर वापस करेगा दुगुना नही होने की स्थिति में भी न्यूतनम 12 प्रतिशत वार्षिक व्याज, जमा रकम का दिया जावेगा। लोग प्रलोभन में आकर ज्यादा से ज्यादा राशियाँ कंपनी में लगाने लगे उन्हे बकायदा एक वाण्ड पेपर जारी किया गया। कंपनी का एजेंडा था कि जमा रकम को रियल स्टेट के धंधे में लगाया जायेगा और उसका लाभ निवेशको को दिया जायेगा। बाण्ड के मुताबिक जब नियत तिथी को लोगो को बढे पैसे वापस नहीं मिले तब निवेशक डायरेक्टरो से मिले पर वे लोगो के पैसे वापस नही कर उन्हें गुमराह करते रहे। ऐसे ही एक निवेशक चन्द्र कुमार जैन रिसाली द्वारा कंपनी में 17,53.100 रू जमा कराया गया था और कंपनी ने उसे बाण्ड पेपर जारी किया गया था। जब डायरेक्टरों ने उसे व्याज व मूलधन वापस नहीं किया तब उसके द्वारा थाना सुपेला में अपराध पंजीबद्ध कराया गया था। पुलिस जांच पर पाया गया था कि 45 लोगो से लगभग 3.85 करोड़ रू का गबन डायरेक्टरो ने किया और कार्यालय को बंद कर दिया था। गिरफतार आरोपी से कंपनी के द्वारा किये गये निवेश से संबंधित दस्तावेज प्राप्त किये गये है। जिससे विधिवत रकम की वापसी कर निवेशको को उनकी जमा रकम वापस दिलाई जा सके।